नई दिल्ली:भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के एक वैज्ञानिक ने सोमवार को कहा कि भारत के उत्तर-पश्चिमी राज्यों में 27-30 जून तक मानसून आने की संभावना है। आईएमडी के अनुसार, उत्तर-पश्चिमी राज्यों में आम तौर पर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली चंडीगढ़, राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश और हिमाचल के कुछ हिस्से शामिल हैं।
आईएमडी की वैज्ञानिक सोमा सेन ने समाचार एजेंसी एएनआई को बताया कि 18 या 19 जून से बिहार और झारखंड में पश्चिमी विक्षोभ आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, "अरब सागर से आने वाली दक्षिण-पश्चिमी हवाएँ 18 या 19 जून से पंजाब और हरियाणा में कुछ नमी और उससे जुड़ी राहत ला सकती हैं...उत्तर-पश्चिम भारत में मानसून की सामान्य तिथि 27-30 जून है..."
उन्होंने यह भी कहा कि आईएमडी ने अगले 3-5 दिनों में पूर्वोत्तर भारत में मुख्य रूप से मेघालय, असम, अरुणाचल प्रदेश, नागालैंड और मणिपुर में अत्यधिक भारी बारिश की संभावना जताई है। मौसम एजेंसी ने 19 जून तक असम और मेघालय तथा उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल में अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा का पूर्वानुमान लगाया है। अरुणाचल प्रदेश और मेघालय में भी असाधारण रूप से भारी वर्षा होने की संभावना है।
20-21 जून को ओडिशा में भी अलग-अलग स्थानों पर भारी वर्षा का पूर्वानुमान लगाया गया है। गुजरात, कोंकण, गोवा, महाराष्ट्र और मराठवाड़ा में अगले 5 दिनों में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है। तूफान, बिजली और तेज़ हवाओं (40-60 किमी प्रति घंटे) के साथ अलग-अलग स्थानों पर हल्की से मध्यम वर्षा हो सकती है।
मौसम विभाग ने अगले 5 दिनों में मध्य प्रदेश, विदर्भ और छत्तीसगढ़ में भी बारिश का पूर्वानुमान लगाया है। सेन ने कहा कि उत्तर भारत में हीटवेव की स्थिति की उम्मीद है, उन्होंने कहा कि बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली में रेड अलर्ट जारी किया गया है।