मध्य प्रदेश में अलग स्वरूप में नजर आ रहे मुख्यमंत्री मोहन यादव अपने सरकार के फैसले महाकाल की नगरी में लेने का काम करेंगे। एक दिन पहले उज्जैन में अपना पहला रोड शो करने के बाद मोहन यादव ने संभाग पर बैठकों की शुरुआत भी उज्जैन से की है। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने रविवार के दिन उज्जैन संभाग के रिव्यू बैठक की, इसमें जनता की समस्याओं के समाधान के अलावा सुशासन विकास के काम और योजनाओं की मैदानी हकीकत को अफसर से जाना। इसके बाद मोहन यादव अपनी कैबिनेट की बैठक उज्जैन में करने की तैयारी में है।
मोहन यादव ने सुबह एक्स पर लिखा कि विकास और कानून व्यवस्था के संबंध में सभी संभागों में समीक्षा बैठक की जाएगी। उज्जैन से इसकी शुरुआत की गई है। उज्जैन संभाग के सभी अधिकारियों के साथ बैठक कर फीडबैक लिया जा रहा है। उसके बाद सभी संभागों की बैठक होगी। मोहन यादव ने एक्स पर लिखा की मकर संक्रांति के दिन 14 जनवरी को सरकार की कैबिनेट की बैठक उज्जैन में आयोजित होगी।
यह पहला मौका होगा जब मोहन यादव की कैबिनेट की बैठक राज्य मंत्रालय के बाहर उज्जैन में आयोजित होगी। इससे पहले शिवराज सरकार में भी महाकाल की नगरी में कैबिनेट की बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक को धार्मिक कैबिनेट का नाम भी दिया गया था जिसमें धार्मिक स्थलों के विकास के अलावा कई अहम फैसले लिए गए थे। शिवराज कैबिनेट की बैठक में धार्मिक नगरी उज्जैन में महाकाल मंदिर के विस्तारीकरण योजना को लेकर चर्चा हुई थी। लेकिन यह माना जा रहा है की मोहन यादव की उज्जैन में होने वाली कैबिनेट में महाकाल लोक दो के विकास कार्य को लेकर चर्चा होगी। मुमकिन है की सरकार इस दिन महाकाल लोक दो के चरण पूरा होने को लेकर चर्चा करें और इसकी शुरुआत पर भी कोई तारीख तय की जाए।