अहमदाबाद, 18 फरवरी: गुजरात वडगाम से विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवानी को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। मेवीनी दलित कार्यकर्ता भानुभाई वणकर की मौत के बाद विरोध प्रदर्शन करते हुए रविवार 18 फरवरी अहमदाबाद बंद करने का आह्वान किया था। जिग्नेश के आह्वान पर भारी संख्या में दलित कार्यकर्ता सारंगपुर में बाबासाहेब भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के पास एकत्र हुए। इस विरोध प्रर्दशन को रोकने के लिए पुलिस मौके पर ही मेवानी और उनके साथियों को हिरासत में लिया गया है।
जिग्नेश मेवानी ने लगाया पुलिस पर आरोप
जिग्नेश ने ट्वीट करके बताया है, जिग्नेश मेवानी और उनके साथियों को कार से निकाल के, कार की चाबी तोड़के गलत तरीके से अज्ञात लोगों को कोई अज्ञात जगह पर ले गए है।
परिवार के किसी एक सदस्य को सरकार देगी नौकरी
उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा कि हम हाईकोर्ट में इस मामले की जांच कराने की अपिल करेंगे और हम दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने वणकर के परिवार को (अत्याचारों की रोकथाम) कानून के तहत आठ लाख रुपए दिए जाने का ऐलान किया है। यह भी भरोसा दिलाया गया है कि परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी भी दी जाएगी।
क्या है पुरा मामला
दलित कार्यकर्ता भानुभाई वणकर ने गुरुवार को पाटन कलेक्टर कार्यालय के बाहर खुद को आग लगा ली थी और अगले दिन अहमदाबाद के एक निजी अस्पताल में उसकी मौत हो गई। बताया जा रहा था कि भानुभाई वणकर वह एक भूमिहीन दलित खेतिहर मजदूर हेमाबेन वणकर के लिए आवाज उठा रहा था। हेमाबेन का कहना था कि कुछ अधिकारियों ने साल 2013 में उससे 22,236 रुपए तो लिए लेकिन उसे जमीन नहीं दिया।