लाइव न्यूज़ :

मिश्र ने युवाओं को कृषि से जोड़े जाने का आह्वान किया

By भाषा | Updated: July 17, 2021 19:02 IST

Open in App

जयपुर, 17 जुलाई राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कृषि शिक्षा के अंतर्गत विभिन्न फसलों की उच्च गुणवत्तायुक्त किस्मों के विकास के साथ स्थान विशेष की जलवायु के अनुरूप अधिक उत्पादन की खेती का प्रसार किए जाने का आह्वान किया है।

उन्होंने ऐसे शोध कार्यों में रूचि लेकर कार्य करने पर भी जोर दिया है, जिनसे किसानों को कृषि से अधिकतम लाभ मिल सके। उन्होंने युवाओं को कृषि से अधिक से अधिक जोड़े जाने के लिए कृषि प्रबन्ध के नवीन पाठ्यक्रमों की पहल किए जाने की भी आवश्यकता जताई।

मिश्र ने शनिवार को जोबनेर के श्री कर्ण नरेन्द्र कृषि महाविद्यालय के एक समारोह में कहा , ‘‘कृषि में इस बात पर ध्यान देना बहुत जरूरी है कि हम देखा-देखी विदेशी परियोजनाओं को ही नहीं अपनाएं बल्कि हमारी जलवायु, मिट्टी की उर्वरा शक्ति और सिंचाई के लिए उपलब्ध पानी की उपलब्धता के अनुरूप फसलों का अधिक उत्पादन लेने के प्रयास करें।’’

उन्होंने कृषि शोध एवं अनुसंधान में भारतीय चिंतन और दृष्टि का अधिकाधिक समावेश किए जाने का भी आह्वान किया। उन्होंने जोबनेर कृषि महाविद्यालय द्वारा 74 वर्षों की गौरवमय यात्रा पूर्ण करने की चर्चा करते हुए कहा कि देश का यह पहला कृषि शिक्षा का उच्च शिक्षा केन्द्र आज विश्वविद्यालय के रूप में कृषि शिक्षा, शोध एवं अनुसंधान के साथ प्रसार शिक्षा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। उन्होंने कृषि शिक्षा में गुणवत्ता के साथ आधुनिक सोच के साथ आगे बढ़ने के लिए भी आह्वान किया।

इस अवसर पर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि पानी की कमी के कारण राजस्थान अकाल और सूखे की मार से जूझता रहा है, इन चुनौतियों के बावजूद प्रदेश में कृषि क्षेत्र में विकास के नए आयाम स्थापित हुए हैं। उन्होंने कहा कि इसी क्रम में प्रदेश में पांच कृषि विश्वविद्यालयों की स्थापना के साथ-साथ बड़ी संख्या में कृषि महाविद्यालय खोले गए हैं।

मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के कृषि विश्वविद्यालयों को शिक्षण के साथ-साथ शोध पर भी विशेष ध्यान देना होगा तथा यह सुनिश्चित करना होगा कि इन शोध कार्यों का लाभ किसानों को मिले।

कृषि, मत्स्य एवं पशुपालन मंत्री लालचन्द कटारिया ने कहा कि किसानों और पशुपालकों के हित को ध्यान में रखते हुए देश में पहली बार राजस्थान में कृषि बजट अलग से पेश करने का ऐतिहासिक निर्णय किया गया है।

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक एवं कृषि अनुसंधान एवं शिक्षा विभाग, भारत सरकार के सचिव, डॉ. त्रिलोचन महापात्र ने कहा कि देश के कृषि विश्वविद्यालयों में नई शिक्षा नीति को लागू करने के लिए कुलपतियों की एक कमेटी का गठन किया गया है।

Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।

Open in App

संबंधित खबरें

भारत"3 साल तक राहुल गांधी से नहीं मिल सका": कांग्रेस के पूर्व विधायक ने सोनिया गांधी को लिखा पत्र, कहा- लीडरशिप ग़लत हाथों में, हो बदलाव

भारतVIDEO: अनुराग ठाकुर ने तमिलनाडु सरकार को घेरा, लगाए गंभीर आरोप, देखें वीडियो

भारतदेशभर में 2027 में पहली डिजिटल जनगणना, 11,718 करोड़ रुपये होंगे खर्च,केंद्रीय मंत्री अश्विनी वैष्णव बोले-जाति आधारित गणना शामिल

क्राइम अलर्टकफ सीरप-नशीली दवाः 25 आरोपियों के यहां ईडी की छापेमारी, एसटीएफ़ के बर्खास्त सिपाही आलोक सिंह की कोठी पर छापा 

क्राइम अलर्टUP Crime: किडनैप हुई लड़की की कुर्सी से बंधी फोटो इंस्टाग्राम पर पोस्ट, रायबरेली पुलिस ने 8 घंटे में उसे बचाया

भारत अधिक खबरें

भारतराष्ट्रीय लोक मोर्चा पार्टी में बगावत?, उपेंद्र कुशवाहा ने बेटे दीपक प्रकाश को बनाया मंत्री, विधायक रामेश्वर महतो खफा और सोशल मीडिया पर किया पोस्ट

भारतVIDEO: राहुल गांधी और किरेन रिजिजू के बीच तीखी बहस, देखें वायरल वीडियो

भारतWest Bengal: दक्षिण कोलकाता के बाजार में लगी भीषण आग, 40 दुकानें जलकर हुईं खाक

भारतगोवा के बाद अब भुवनेश्वर के बार में लगी आग, कड़ी मशक्कत के बाद दमकल विभाग ने आग पर पाया काबू

भारतपीएम मोदी, राहुल गांधी समेत नेताओं ने शिवराज पाटिल के निधन पर जताया दुख, प्रियंका गांधी ने कहा- 'उनका जाना कांग्रेस के लिए अपूरणीय क्षति'