कश्मीर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की प्रमुख और भारतीय जनता पार्टी के साथ मिलकर जम्मू-कश्मीर में सरकार चला चुकीं पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने देश की मौजूदा सियासत पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि केंद्र में एनडीए की अगुवाई कर रही भाजपा सरकार लोकतंत्र की बुनियाद को खोखला करने का काम कर रही है।
पूर्व सीएम मुफ्ती ने भाजपा के खिलाफ सभी विपक्षी दलों के एक होने की अपील करते हुए कहा कि विपक्ष की सबसे बड़ी पार्टी कांग्रेस की अगुवाई में विपक्षी खेमा मजबूत हो और भाजपा को हराने के लिए मिलकर काम करे।
महबूबा मुफ्ती ने विधायिका के साथ कार्यपालिका और न्यायपालिका की मौजूदा स्थिति को रेखांकित करते हुए कहा, "लोकतंत्र के खंभे बुरी तरह से हिल गए हैं। पहले मुस्लिम समुदाय निशाने पर था, उसके बाद दलित निशाने पर हैं और उसके बाद अन्य समुदाय भी निशाने पर आएंगे और अंत में यह बीजेपी बनाम सभी होगा। यह अच्छा है कि विपक्षी दल कांग्रेस के साथ आ रहे हैं क्योंकि लोकतंत्र को बचाने का यही एकमात्र तरीका है।"
साल 2024 के लोकसभा चुनाव के मद्देनजर न केवल पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती बल्कि नेशनल कांफ्रेंस के प्रमुख फारूख अब्दुल्ला भी केंद्र की भाजपा नीत सरकार के खिलाफ ऐसे ही आरोपों की बारिश कर चुके हैं। वहीं जम्मू-कश्मीर की सियासत में कांग्रेस के साथ 50 साल लंबे साथ को तोड़कर नई पार्टी बनाने वाले गुलाम नबी आजाद ने भी कांग्रेस नेता राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता रद्द होने पर कुछ इसी तरह की बात की थी।
जहां तक महबूबा मुफ्ती का सवाल है तो जब से भाजपा ने जम्मू-कश्मीर में उनकी सरकार से समर्थन वापस लिया, महबूबा भाजपा पर खासा हमलावर रहती हैं। केंद्र सरकार द्वारा धारा 370 को समाप्त किये जाने का तीखा विरोध करती हुई महबूबा आरोप लगाती हैं कि पहले उन्होंने हमारी नौकरियां लीं, फिर हमारी जमीन, हमारे खनिज संसाधन ले लिए, अब केवल एक चीज बची है, जो हमारा घर है। केंद्र सरकार उसे भी खत्म करने पर आमादा है।
बीते फरवरी में कश्मीर में प्रेस कांफ्रेस करते हुए महबूबा ने कश्मीर को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा था कि भाजपा को जो बहुमत मिला है उससे वो संविधान को बुल्डोज करने का काम रहे हैं। अगर कोई कश्मीर आकर देखे तो उसे लगेगा कि वो अफगानिस्तान में आ गया है क्योंकि यहां पर बुलडोजर चल रहे हैं। अतिक्रमण के नाम पर लोगों को अपनी ज़मीन से निकाला जा रहा है। भाजपा यह सब इजरायल से सिख रही है जैसा कि वह फिलिस्तीन के साथ करता है, भाजपा भी कुछ-कुछ वैसा ही कर रही है।