खलीहयरियात (मेघालय), 30 दिसंबर
प्रतिबंधित संगठन हन्नीवट्रेप नेशनल लिब्रेशन काउंसिल (एचएनएलसी) से जुड़े एक शीर्ष उग्रवादी ने बृहस्पतिवार को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के मेघालय फ्रंटियर प्रमुख के सामने समर्पण किया।
बीएसएफ की ओर से जारी बयान के मुताबिक एचएनएलसी के स्वयंभू क्षेत्रीय कमांडर जुनेल तोंगपर ने पूर्वी जयंतिया हिल्स जिले में उमकियांग स्थित सीमा चौकी पर बीएसएफ मेघालय फ्रंटियर के पुलिस महानिरीक्षक (आईजी) इंदरजीत सिंह राणा के सामने समर्पण कर दिया।
तोंगपर उमकियांग थाने के अंतर्गत आने वाले लुम्फीलुत गांव का निवासी है और वह साल 2010 में एचएनएलसी में शामिल हुआ। वर्ष 2015 में उसे गिरफ्तार किया गया था,लेकिन बाद में वह जमानत पर रिहा हो गया। नवंबर 2020 में तोंगपर एक बार फिर एचएनएलसी में शामिल हो गया।
बीएसएफ के सामने समर्पण के दौरान तोंगपर ने बताया कि वह बांग्लादेश के मौलवीबाजार जिले के कुआउरा पुलिस स्टेशन के अंतरगत आने वाले पनईपुंजी में तैनात था। वह फरार हो गया और पिछले साल नवंबर में फिर एचएनएलसी में शामिल हो गया।
आत्मसमर्पण कार्यक्रम के दौरान तोंगपर ने कहा कि वह बांग्लादेश के मौलवीबाजार जिले के कुलौरा पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र में आने वाले पानीपूंजी में रहता था। उसने कहा'' रोजगार के अवसरों की कमी के कारण उसे गुमराह किया गया''।
आईजी ने कहा कि आर्थिक स्थिति का फायदा उठाते हुए एचएनएलसी ने तोंगपर को लालच देते हुए संगठन में शामिल किया और अवैध गतिविधियों के संचालन के लिए उसका उत्पीड़न किया। उन्होंने कहा कि बीएसएफ मेघालय में ऐसे भटके हुए नौजवानों को मुख्यधारा में लाने के लिए सभी प्रयास कर रही है।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।