भोपाल: मध्यप्रदेश के विदिशा जिले के रहने वाले अनिल यादव देश के सबसे कम उम्र वाले सरपंच बन गए है। अनिल को विदिशा जिले के सिरोंज तहसील के ग्राम पंचायत सरेखों का नया सरपंच चुना गया है। उन्होंने हाल में ही हुए सरपंच के चुनाव में भाजपा विधायक रामेश्वर शर्मा के भतीजे को हराया है। बताया जा रहा है कि अनिल भाजपा की विचारधारा को मानते है और अपने ग्राम में विकास करना चाहते है।
आपको बता दें कि इससे पहले देश के सबसे कम उम्र वाले सरपंच का खिताब राजस्थान के भरतपुर जिले की डिंग पंचायत की सरपंच असरूनी खान के नाम पर था। असरूनी खान का उम्र 21 साल 18 दिन था जब वह सरपंच बनी थी।
वहीं अगर अनिल के उम्र की बात करें तो उनका उम्र 21 साल 06 दिन है। ऐसे में उम्र में असरूनी खान से छोटे होने के कारण वह देश के सबसे कम उम्र वाले सरपंच बन गए है।
क्या है अनिल का प्रोफाइल
आपको बता दें कि सरपंची की पंचायत जीतने वाले अनिल यादव पोलिटिकल साइंस एमए कर रहे है। वे इससे पहले शहर में रहते थे और वहां MMPSC की तैयारी कर रहे थे। लॉकडाउन के कारण उन्हें घर वापस आना पड़ा और वह तब से गांव में ही है। बताया जा रहा है कि अनिल पढ़ाई में भी अच्छे है।
कैसे लोगों के बीच अनिल ने बनाई अपनी जगह
अनिल ने बताया कि जब से वह ल़ॉकडाउन में घर आया था, तब से वह गांव के लोगों की मदद कर रहा है। बताया जाता है कि अनिल पहले पूर्व मंत्री लक्ष्मीकांत शर्मा के साथ रहते थे। लेकिन आजकल वे सिरोंज विधायक उमाकांत शर्मा के साथ रह रहे है और उनसे राजनीति सीख रहे है।
वह गांव के लोगों के लिए हमेशा खड़ा रहते थे और हर दुख-सुख में उनके पास जाते थे। उनकी इसी स्वभाव के कारण गांव वालों ने उन्हें सरपंच का चुनाव लड़ने को कहा और वे लड़े और जीत भी गए है। अनिल ने बताया है कि उनकी मां भी पहले सरपंच रह चुकी है।
गौरतलब है कि अनिल को 562 वोट मिले जबकि इनके विरोधी विवेक को केवल 550 वोट ही मिले है। ऐसे में अनिल की 12 वोटों से जीत हुई है।