Lok Sabha Elections 2024: "रायबरेली में राहुल गांधी की हार भाजपा के दिनेश प्रताप सिंह से तय है", केशव प्रसाद मौर्य ने दावे के साथ कहा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: May 21, 2024 08:18 AM2024-05-21T08:18:32+5:302024-05-21T08:21:07+5:30
केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि भाजपा यूपी में कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाली सीट रायबरेली को भारी मतों से जीत रही है।

फाइल फोटो
लखनऊ: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बीते सोमवार को लोकसभा चुनाव में भाजपा की जीत पर भरोसा जताते हुए दावा किया कि पार्टी पहले ही चार चरणों के चुनाव में "270 से अधिक सीटें जीत चुकी है।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार उत्तर प्रदेश में भाजपा के समर्थन पर जोर देते हुए मौर्य ने कहा कि पार्टी कांग्रेस का गढ़ कहे जाने वाली सीट रायबरेली को भी भारी मतों से जीत रही है, जो 2019 के चुनावों में सोनिया गांधी द्वारा जीती गई एकमात्र सीट थी।
गौरतलब है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधीरायबरेली से चुनाव लड़ रहे हैं। गांधी परिवार का गढ़ माने जाने वाले रायबरेली का प्रतिनिधित्व पहले सोनिया गांधी करती थीं, जो अब राजस्थान से राज्यसभा की सदस्य हैं।
केशव मौर्य ने कहा, "लोकसभा चुनाव के पहले चार चरण अद्भुत रहे हैं। भाजपा के दृष्टिकोण से देखें तो हम पहले ही 270 से अधिक सीटें जीत चुके हैं। चुनाव के पांचवें चरण में, मुझे भाजपा के लिए एकतरफा समर्थन दिख रहा है।"
डिप्टी सीएम ने आगे कहा, "पांचवें चरण में यूपी की 14 सीटों पर, जिनमें रायबरेली भी शामिल है, जहां राहुल गांधी बीजेपी के दिनेश प्रताप सिंह से हारने वाले हैं। मैं सभी से आग्रह करता हूं कि वे अपने मताधिकार का प्रयोग करें। यह चुनाव ऐतिहासिक है लेकिन मैं सभी से अनुरोध करता हूं अपना वोट डालने के लिए। यह चुनाव भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनाने के लिए है, ये चुनाव गरीबी मिटाने के लिए है।''
इससे पहले रविवार को गुजरात भाजपा नेता हार्दिक पटेल ने विश्वास जताया कि भाजपा 2014 और 2019 के चुनावों की तुलना में उत्तर प्रदेश में अधिक सीटें जीतेगी।
हार्जिक पटेल ने कहा, "जिस तरह का उत्साह राज्य के पार्टी कार्यकर्ताओं में है, बीजेपी 2014 और 2019 की तुलना में इस बार यूपी में अधिक सीटें जीतेगी। इंडिया गठबंधन लोगों को भटका रहा है। अगर कोई है जो संविधान का सबसे अधिक सम्मान करता है, तो वह पीएम मोदी हैं। जब मोदीजी गुजरात के सीएम थे, तब भी उन्होंने संविधान हाथ में लेकर रैली निकाली थी।"
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश की लोकसभा सीटों के लिए सभी सात चरणों में मतदान हो रहा है। बीते सोमवार को कड़ी सुरक्षा के बीच छह राज्यों और दो केंद्र शासित प्रदेशों (यूटी) के 49 संसदीय क्षेत्रों के वोट डाले गये।
2019 के चुनावों में भाजपा ने राज्य की 80 लोकसभा सीटों में से 62 सीटें जीतकर, राज्य में बड़ी चुनावी हार का सफाया कर लिया, जबकि सहयोगी अपना दल (एस) ने दो और सीटें जीतीं।
मायावती की बसपा 10 सीटें हासिल करने में सफल रही, जबकि उनके तत्कालीन गठबंधन सहयोगी अखिलेश यादव की सपा को सिर्फ 5 सीटों से संतोष करना पड़ा। कांग्रेस ने राज्य में सिर्फ एक सीट जीती थी।