लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी की अध्यक्ष मायावती ने मोदी सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार उद्योगपतियों पर जरूरत से ज्यादा मेहरबान है और उसके गरीब जनता की कोई चिंता नहीं है। मायावती ने कहा कि देश की गरीब जनता बेहिसाब महंगाई और बेरोजगारी से परेशान है और दूसरी ओर कुछ उद्योगपतियों के पक्ष में सरकार इस कदर झुकी हुई है कि वो देश ही नहीं दुनिया में अपनी तिजोरियों को भरते जा रहे हैं।
बहुजन समाज की प्रतिनिधी होने का दावा करने वाली बसपा नेत्री ने एक के बाद एक दो ट्वीट करते हुए मोदी सरकार की जमकर आलोचना की है और सरकार पर गरीबों की अनदेखी करने का आरोप लगाया है।
मायावती ने अपने पहले ट्वीट में अमीर और गरीब के बीच बनती हुई गहरी खाई पर चिंता जताते हुए कहा, "सरकारी कृपादृष्टि के कारण भारत के उद्योगपतियों की निजी पूंजी में अभूतपूर्व वृद्धि होने से अब विश्व के धन्नासेठों में उनकी गिनती है, परन्तु देश में करीब 130 करोड़ गरीब व निम्न आय परिवारों के जीवन में थोड़ा भी सुधार नहीं होना अति-चिन्ता की बात। सरकार इस खाई को कैसे पाटेगी?"
वहीं दूसरे ट्वीट में बसपा प्रमुख ने देश की खराब होती अर्थव्यवस्था के सुधार में उद्योगपतियों और पूंजीपतियों के योगदान पर प्रश्नचिन्ह लगाते हुए कहा, "भारतीय रुपये के मूल्य में अनवरत गिरावट चुभने वाला संवेदनशील मुद्दा है। देश के विदेशी मुद्रा भण्डार में भी लगातार कमी की खबरें अब लोगों को विचलित करने लगी हैं। ऐसे में भारतीय अर्थव्यवस्था को संभालने में यहाँ के उद्योगपतियों व धन्नासेठों की भूमिका क्या है, देश जानने को इच्छुक।"
लोकसभा और विधानसभा चुनाव में मिली हार के बाद सत्ता से दूर रहने वाली मायावती गाहे-बगाहे मोदी सरकार और प्रदेश की योगी सरकार को घेरने में लगी रहती हैं। बसपा प्रमुख मायावती इन दिनों कानून-व्यवस्था और अर्थव्यवस्था को लेकर मोदी सरकार के खिलाफ खासी मुखर हैं।
वहीं योगी सरकार के बारे में भी मायावती ने राय जाहिर करते हुए उसे यूपी की अक्षम सरकार बताती रहती हैं। बीते दिनों यूपी के औरेया में एक दलित छात्र की कथित पिटाई से हुई मौते के मामले में मायावती ने कहा था कि योगी सरकार में पिछड़े, दलितों और अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न में तेजी आयी है और इसके लिए सीधे-सीधे योगी सरकार की कार्यशैली जिम्मेदार है।