नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने गुरुवार को चीन के साथ सीमा मुद्दे पर विदेश मंत्री एस जयशंकर की हालिया टिप्पणी के लिए उनकी आलोचना की। एएनआई को दिए इंटरव्यू में जयशंकर ने कहा था, "वे बड़ी अर्थव्यवस्था हैं, मैं क्या करने जा रहा हूं? मैं एक छोटी अर्थव्यवस्था हूं।"
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने ये भी कहा था, "क्या मैं एक बड़ी अर्थव्यवस्था के साथ लड़ाई करने जा रहा हूं? प्रतिक्रिया का प्रश्न ही नहीं है। यह सामान्य ज्ञान का प्रश्न है। हमारे बीच सहमति थी कि हमें बड़ी संख्या में सीमाओं पर नहीं लाना है...क्योंकि अपनी सीमाओं को स्थिर करना हमारे हित में है या यह प्रेम स्नेह या भावना से बाहर की स्थिति नहीं है। यह एक मूल गणना है।"
जयशंकर के इस बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कांग्रेस सांसद मनीष तिवारी ने कहा, "यहां तक कि एक बिना शर्त आत्मसमर्पण भी बेहतर शब्द है अगर इसे अधिक गरिमा के साथ व्यक्त नहीं किया गया है। यदि यह पराजयवादी मानसिकता है तो कोई आश्चर्य नहीं कि वे सितंबर 2020 से संसद में चीन पर चर्चा से बचते रहे हैं।" बता दें कि कांग्रेस जयशंकर पर उनकी टिप्पणियों को लेकर हमला करती रही है।
इससे पहले कांग्रेस की सोशल मीडिया प्रमुख सुप्रिया श्रीनेट ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था, "ढाई साल हो गए हैं भारत में अमेरिका का कोई राजदूत नहीं है। आप जी20 करते हैं और ड्रामा करते हैं लेकिन चीन के मुद्दे पर झूठ नहीं बोलते। पीएलए सिर्फ इतना ही कहती है बैठकों में पीएम कह चुके हैं कि कोई अतिक्रमण नहीं है। क्या स्टॉकहोम सिंड्रोम से पीड़ित हैं जयशंकर?"