दिल्ली: देश की राजधानी में सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच चल रही सियासी अदावत में आज उस समय एक नया मोड़ आ गया। जब उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के साथ कभी दिल्ली सरकार में साथ काम कर चुके उनके पूर्व सहयोगी कपिल मिश्रा ने शराब मामले में गिरफ्तार हुए पीएम के मामले में उन्हें ही आड़े हाथों ले लिया।
दरअसल डिप्टी सीएम मनीष सिसोदिया अपने पीएम की गिरफ्तारी को लेकर बेहद नाराज थे और इस संबंध में उन्होंने एक ट्वीट करके भाजपा पर हमला किया। जिसके जबाब में भाजपा की ओर से कपिल मिश्रा आगे आये और उन्होंने ट्वीट करके मनीष सिसोदिया को कड़ा जवाब दिया। कपिल मिश्रा ने मनीष सिसोदिया को जवाब देते हुए कहा, "शराब मंत्री जी , बस इतना बता दो कि सबको बिना बात गिरफ़्तार कर रहे हैं तो महीनों तक ज़मानत क्यों नहीं मिल रही?"
इससे पहले मनीष सिसोदिया ने अपने निजी सचिव की गिरफ्तारी पर रोष जाहिर करते हुए आरोप लगाया कि भाजपा गुजरात चुनाव में हार के भय से आम आदमी पार्टी को डराने के लिए ऐसे कदम उठा ही है। मनीष सिसोदिया ने ट्वीट करके कहा था, "इन्होंने झूठी एफआईआर कर मेरे घर रेड करवाई, बैंक लॉकर तलाश लिए, मेरे गांव में जांच कर ली लेकिन मेरे ख़िलाफ़ कहीं कुछ नहीं मिला तो आज इन्होंने मेरे पीए के घर पर ईडी की रेड करी, वहां भी कुछ नहीं मिला तो अब उसको गिरफ़्तार कर के ले गये है। भाजपा वालो! चुनाव में हार का इतना डर।"
मालूम हो कि इससे पहले 17 अक्टूबर को सीबीआई ने रद्द हो चुकी नई शराब नीति के मामले में मनीष सिसोदिया के दफ्तर पर छापेमारी की थी। वहीं आम आदमी पार्टी और मनीष सिसोदिया का दावा है कि केंद्र सरकार के इशारे पर सीबीआई ने उनके खिलाफ फर्जी केस बनाया है।
दिल्ली के उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने सीबीआई ने 22 जुलाई को जांच की सिफारिश की थी। उसके बाद सीबीआई ने मामले में केस दर्ज करते हुए 19 अगस्त को मनीष सिसोदिया के घर समेत 7 राज्यों की कुल 31 जगहों पर छापेमारी की थी। इसके अलावा सीबीआई ने सिसोदिया के बैंक लॉकर की भी तलाशी ली थी।
वहीं 6 सितंबर को इस मामले में सीबीआई के साथ ईडी ने भी एंट्री मारते हुए 30 से ज्यादा जगहों पर एकसाथ छापेमारी की थी। वहीं दिल्ली भाजपा ने 15 सितंबर शराब नीति केस में आरोपी अमित अरोड़ा का एक वीडियो जारी किया, जिसमें अमित अरोड़ा सरकार द्वारा कमीशन तय किये जाने की बात कर रहे थे।
यही नहीं भाजपा ने यह आरोप भी लगाया कि केजरीवाल सरकार ने नई शराब नीति के जरिये भ्रष्ट तरीके से इकट्ठा किये पैसों का इस्तेमाल गोवा और पंजाब के विधानसभा चुनावों में किया था। उसके बाद मामले में सीबीआई ने कड़ा एक्शन लेते हुए 27 सितंबर को शराब कारोबारी विजय नायर को गिरफ्तार कर लिया था। मामले में अब भी मनीष सिसोदिया की गर्दन फंसी हुई है और उन्हें भी गिरफ्तारी का भय सता रहा है।