West Bengal: पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने भाजपा पर जोरदार हमला किया है। उन्होंने कहा कि हम अपना खून देने के लिए तैयार हैं। लेकिन बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होने देंगे। ममता ने कहा कि हम बंगाल के किसी भी व्यक्ति को बाहर नहीं जाने देंगे। उन्होंने कहा कि जहां प्रशासन प्रशासन की तरह काम कर रहा है वहां उन्हें अपना काम करने की स्वतंत्रता दें। हमने कैंप लगाएं हैं ताकि जिन लोगों को समस्याएं हैं वे आएं हमें बताएं और हम उसे दूर कर दें। जिन लोगों का नाम काटा जा रहा है उन्हें हम एक अलग कार्ड देंगे।
किसी गरीब के साथ हम गलत नहीं होने देंगे। हमने एक पोर्टल तैयार किया है, जिसका नाम 'आधार ग्रीवेंस पोर्टल ऑफ वेस्ट बंगाल गवर्नमेंट' है। जिनका आधार कार्ड निष्क्रिय किया गया है वे हमें जल्द से जल्द बताएं जिससे उन्हें उनके गणतांत्रिक, सामाजिक, आर्थिक अधिकार मिलते रहें। उन्होंने कहा कि मैं भाजपा से पूछती हूं कि वे यह गंदा खेल क्यों खेल रहे हैं। वे लोगों का लोकतांत्रिक अधिकार, लाभार्थियों का अधिकार छीन रहे हैं, हम बंगाल में एनआरसी लागू नहीं होने देंगे।
पीएम के नाम लिखी चिट्ठी
ममता बनर्जी ने पीएम मोदी के नाम एक चिट्ठी भी लिखी है। उन्होंने इसकी जानकारी अपने सोशल मीडिया एक्स पर दी है। उन्होंने पत्र में लिखा है कि बंगाल में लोगों के आधार कार्डों को लापरवाही से निष्क्रिय करने की कड़ी निंदा करता हूं, खासकर पश्चिम बंगाल में एससी, एसटी और ओबीसी समुदायों को निशाना बनाकर। बिना किसी पूर्व जांच या राज्य सरकार से परामर्श के आधार कार्ड को निष्क्रिय करने का केंद्र का एकतरफा निर्णय है।
लोकसभा चुनाव से ठीक पहले पात्र लाभार्थियों को कल्याणकारी योजनाओं से वंचित करने की यह एक भयावह साजिश है। पत्र में आगे लिखा कि हम सभी भारत के नागरिक हैं। प्रत्येक निवासी बंगाल सरकार की कल्याणकारी योजनाओं का लाभ उठा सकता है, भले ही उनके पास आधार कार्ड हो या नहीं।