गोवा में आधी रात के बाद महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) टूट गई और बीजेपी में एमजीपी के दो विधायक बीजेपी में शामिल हो गए। इस दौरान एमजीपी विधायक दीपक पवास्कर ने कहा है कि हम खुशी से बीजेपी में शामिल हो गए। गोवा के राज्यपाल की उपस्थिति में शपथ ग्रहण समारोह दोपहर 12 बजे (आज) होगा। गोवा सीएम द्वारा हमें जो भी मंत्रालय दिया जाएगा, हम उसे स्वीकार करेंगे।
उन्होंने कहा कि सुदीन धवलीकर (गोवा के डिप्टी सीएम और एमजीपी विधायक) को अब हटा दिया जाना चाहिए। वह आज (बुधवार) काम के घंटों के दौरान हटा दिए जाएंगे।
गोवा की 40 सदस्यीय विधानसभा में एमजीपी के तीन विधायक हैं। पार्टी के वरिष्ठ नेता और मरकैम से विधायक सुदीन धवलीकर राज्य की प्रमोद सावंत सरकार में उप-मुख्यमंत्री हैं।
एमजीपी के अध्यक्ष दीपक धवलीकर ने कहा था कि साजिश हो रही है, जिसके तहत हमारे वरिष्ठ पदाधिकारी और महासचिव लवू ममलतदार से राज्यपाल और विधानसभा अध्यक्ष को एक पत्र जारी कराया गया, जिसमें उन्होंने कहा कि वह पार्टी के विधायी मामलों का पूरा नियंत्रण अपने हाथों में ले रहे हैं। उनकी पार्टी राज्य का सबसे पुराना क्षेत्रीय संगठन है, लेकिन कुछ तबके इसके आगे बढ़ने के विरोध में हैं।
ममलतदार ने पिछले हफ्ते राज्यपाल और विधानसभा के स्पीकर को पत्र लिखकर कहा था कि पार्टी के फैसलों को उन तक पहुंचाने के लिए वह एमजीपी में एकमात्र पदाधिकारी हैं। इस पत्र के सामने आने के बाद एमजीपी ने ममलतदार को पार्टी से निकाल दिया था।
गोवा में भाजपा की अगुवाई वाली सरकार को 20 विधायकों का समर्थन प्राप्त है। इनमें भाजपा के 11, एमजीपी और गोवा फॉरवर्ड पार्टी (जीएफपी) के तीन-तीन और तीन निर्दलीय विधायक शामिल हैं। कांग्रेस के 14 और एनसीपी के एक विधायक ने इस सरकार के खिलाफ वोट दिया था।