Kuno National Park: मध्य प्रदेश के कूनो राष्ट्रीय उद्यान में चीता पुनर्स्थापन कार्यक्रम के तहत आज एक और महत्वपूर्ण कदम उठाया गया। नामीबिया से लाई गई मादा चीता ज्वाला और उसके चार शावकों (दो नर और दो मादा) को खजूरी टूरिज्म क्षेत्र के खुले जंगल में छोड़ दिया गया।
अब खुले जंगल में 12 चीते स्वच्छंद विचरण करेंगे
वर्तमान में कूनो में पहले से 7 चीते खुले जंगल में विचरण कर रहे हैं। अब ज्वाला और उसके चार शावकों के शामिल होने से यह संख्या बढ़कर 12 हो गई है। यह कदम न केवल कूनो की जैव विविधता को समृद्ध करेगा, बल्कि इस क्षेत्र में पर्यटकों के रोमांच को भी बढ़ाएगा।
भारत में चीता पुनर्स्थापन की दिशा में अहम प्रगति
यह पहल भारत में 70 वर्षों बाद चीता पुनर्स्थापन के ऐतिहासिक प्रयास का हिस्सा है। 2022 में नामीबिया और दक्षिण अफ्रीका से लाए गए चीतों को कूनो में बसाया गया था। इस परियोजना का उद्देश्य भारत में विलुप्त हो चुके चीतों को पुनः स्थापित करना और जैव विविधता को बनाए रखना है।
पर्यावरण संरक्षण और पर्यटन को मिलेगा बढ़ावा
चीता पुनर्स्थापन न केवल पारिस्थितिक संतुलन को बनाए रखने में सहायक होगा, बल्कि कूनो राष्ट्रीय उद्यान को एक प्रमुख वन्यजीव पर्यटन स्थल के रूप में भी स्थापित करेगा। विशेषज्ञों का मानना है कि यह प्रयास भारत के वन्यजीव संरक्षण इतिहास में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि के रूप में दर्ज होगा।
वन्यजीव प्रेमियों और पर्यटकों के लिए यह एक रोमांचक अवसर है, क्योंकि वे अब कूनो में खुले में विचरण करते इन तेज रफ्तार और खूबसूरत जंतुओं को करीब से देख सकेंगे!