भुवनेश्वर: कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली भारतीय जनता पार्टी पर हमला करते हुए कहै कि भाजपा नीत केंद्र सरकार "धनतंत्र" चल रही है, लोकतंत्र से नहीं। इसके साथ उन्होंने दावा किया कि भाजपा में कोई 'लहर' नहीं है, प्रधानमंत्री मोदी की भाषा में केवल 'ज़हर' है।
ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में मीडिया से बात करते हुए वरिष्ठ कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने कहा, "राहुल गांधी और अन्य नेता कह रहे हैं कि संविधान खतरे में है और लोकतंत्र खतरे में है क्योंकि केंद्र सरकार धनतंत्र चला रही है, लोकतंत्र नहीं।"
उन्होंने कहा कि इस सरकार के लिए सबसे परफेक्ट शब्द 'प्लूटोक्रेसी' है, जिसका उपयोग ऐसी सरकार या समाज का किया जाता है, जहां उस पर अमीरों का प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से नियंत्रण होता है।
देश के राजनीतिक विचारकों और दार्शनिकों ने मोदी सरकार पर अपनी सामाजिक जिम्मेदारियों की अनदेखी करने, अपनी शक्ति के दुरुपयोग करते गरीबी बढ़ाने के लिए आलोचना की है।
अपनी बात में आगे जोड़ते हुए जयराम रमेश ने कहा कि कांग्रेस पार्टी "हाथ बदलेगा हालात" के अपने नारे पर कायम है और पार्टी संविधान को बचाने के लिए चुनाव लड़ रही है।
उन्होंने कहा, "हम यह चुनाव संविधान को बचाने के लिए लड़ रहे हैं। हमने लोकसभा चुनावों के लिए 5 'न्याय' दिए हैं। हमने विधानसभा चुनावों के लिए भी 10 वादे किए हैं। 5 'न्याय' हैं. नारी न्याय, युवा न्याय, किसान न्याय, श्रमिक न्याय और हिस्सेदारी न्याय। कांग्रेस पार्टी ने वादा किया है कि "हाथ बदलेगा हालात।"
प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए जयराम रमेश ने कहा, ''पीएम मोदी की भाषा से साफ है कि वह भ्रमित हैं। वह कभी अडानी-अंबानी की बात करते हैं, कभी हिंदू-मुस्लिम, मुस्लिम लीग और मंगलसूत्र की बात करते हैं। उन्हें समझ आ गया है कि किसान , युवा, मजदूर, महिलाएं और पिछड़ा वर्ग उनसे परेशान है।”
जयराम रमेश ने कहा, "यह चुनाव हमारे लिए बेहद महत्वपूर्ण है। पिछले दशक में हमने जो देखा है, उससे हम मानते हैं कि बदलाव का समय आ गया है। पीएम की भाषा में कोई 'लहर' नहीं है, केवल 'ज़हर' है।"
इससे पहले सोमवार को कांग्रेस के राहुल गांधी और पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मतदाताओं से 'न्याय' के पक्ष में माहौल बदलने और बड़ी संख्या में अपने मताधिकार का प्रयोग करने का आग्रह किया था।
राहुल गांधी ने युवाओं के लिए नौकरियों की गारंटी और महिलाओं को वित्तीय सहायता देने के कांग्रेस के वादे को दोहराते हुए मतदाताओं से अपने मुद्दों पर वोट करने और "विचलित न होने की अपील की।
वहीं कांग्रेस प्रमुख खड़गे ने कहा, "न्याय-न्याय के पक्ष में माहौल को पूरी तरह मोड़ने और इंडिया को जिताने के लिए यह एक महत्वपूर्ण चरण है।"
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने अपने सोशल मीडिया हैंडल पर मतदाताओं से अनुरोध किया कि वे समाज को विभाजित करने वाले घृणित भाषणों की "ध्यान भटकाने वाली रणनीति" से विचलित न हों।
उन्होंने आगे कहा, "युवा न्याय, किसान न्याय, नारी न्याय, श्रमिक न्याय और हिसदारी न्याय भारत में स्वतंत्रता, न्याय, समानता, स्वतंत्रता और भाईचारे की भावना को फिर से जगाने के लिए सर्वोपरि हैं।"
खड़गे ने कहा, "न्याय यात्रा और भारत को जीत दिलाने के लिए माहौल को पूरी तरह से मोड़ने का यह एक महत्वपूर्ण चरण है। समाज को विभाजित करने वाले नफरत भरे भाषणों की ध्यान भटकाने वाली रणनीति से विचलित न हों। मैं आपसे आग्रह करता हूं कि आप पूरी तरह से हमारे सामूहिक उद्देश्य पर ध्यान केंद्रित करें।''