तेजपुर: असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कांग्रेस द्वारा 'देश में लोकतंत्र खतरे में होने' के आरोपों पर पलटवार करते हुए कहा कि देश में आपातकाल लगाने वाली पार्टी के लोगों के मुंह से ऐसी बातें अच्छी नहीं लगती हैं। उन्होंने आगे कहा कि देश में लोकतंत्र की रक्षा सिर्फ और सिर्फ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ही कर सकते हैं।
समाचार एजेंसी एएनआई के अनुसार सीएम सरमा ने तेजपुर में पत्रकारों से बात करते हुए कहा, "क्या इंदिरा गांधी के अधीन भारत सुरक्षित था? उन्होंने संविधान के साथ क्या किया? कांग्रेस ने 1979 से अब तक 900 लोगों को गोलियों से मार डाला। पंजाब में ऑपरेशन ब्लू स्टार चलाया गया। कांग्रेस ने दिल्ली में सिखों के खिलाफ दंगा भड़काया। इसलिए कांग्रेस की ओर से ऐसे बयान शोभा नहीं देते। जिस पार्टी ने आपातकाल लगाया, सिखों, असमियों को मारा वह अब लोकतंत्र की बात करेगी?”
असम के सीएम ने कांग्रेस पर आगे हमला करते हुए कहा, "कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने ईद पर नमाज पढ़ी थी। हमें इससे कोई आपत्ति नहीं है। लेकिन उसी नेता ने राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा का विरोध किया। कांग्रेस मुसलमानों से प्यार कर सकती है लेकिन वे हिंदुओं से प्यार नहीं कर सकते।”
उन्होंने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की भी आलोचना की और उन पर प्रवासियों की आमद को बढ़ावा देने और "तुष्टीकरण की राजनीति" करने का आरोप लगाया।
सीएम सरमा ने कहा, "अगर आप भारत में लोकतंत्र की रक्षा करना चाहते हैं तो नरेंद्र मोदी को वोट दें। केवल वह ही लोकतंत्र की रक्षा कर सकते हैं। ममता बनर्जी ने कई बांग्लादेशियों के भारत में प्रवेश के लिए द्वार खोल दिए हैं। यह कैसा लोकतंत्र है? तुष्टीकरण ही लोकतंत्र है? राम मंदिर के पास नहीं जा रहे हैं। क्या लोकतंत्र का मतलब हिंदू विरोधी होना है।''
इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 16 और 17 अप्रैल को असम की दो दिवसीय यात्रा पर जाने वाले हैं। पीएम मोदी 17 अप्रैल को बारपेटा लोकसभा क्षेत्र के नलबाड़ी में एक मेगा-चुनाव अभियान रैली को संबोधित करेंगे। असम में 14 लोकसभा सीटों के लिए तीन चरणों में 19 अप्रैल, 26 अप्रैल और 7 मई को चुनाव होंगे। मतगणना 4 जून को होगी।