नई दिल्ली: कश्मीर के अनंतनाग में पिछले 7 दिनों से जारी आतंकियों के खिलाफ चलाया जा रहा अभियान अब अपने अंजाम तक पहुंच गया है। लश्कर-ए-तैयबा कमांडर उजैर खान मंगलवार को मारा गया, जिससे 7 दिनों तक चली अनंतनाग मुठभेड़ खत्म हो गई। एक अधिकारी ने इसकी जानकारी दी।
एडीजीपी पुलिस विजय कुमार ने कहा कि सुरक्षा अधिकारियों ने मारे गए आतंकवादी के पास से एक हथियार और एक अन्य व्यक्ति का शव भी बरामद किया है। अधिकारी ने घोषणा की कि उजैर खान की मृत्यु के साथ, सात दिनों तक चली मुठभेड़ समाप्त हो गई है।
उन्होंने कहा, "लश्कर-ए-तैयबा कमांडर उजैर खान को मार दिया गया है, उसके हथियार भी बरामद कर लिए गए हैं। साथ ही एक और आतंकी का शव मिला है। अनंतनाग मुठभेड़ समाप्त हो गई है। सर्च ऑपरेशन जारी रहेगा क्योंकि कई इलाके अभी भी बचे हुए हैं। हम जनता से अपील करेंगे कि वे वहां न जाएं। हमारे पास 2-3 आतंकियों के बारे में जानकारी थी। संभव है कि हमें कहीं तीसरा शव भी मिल जाए इसलिए हम सर्च ऑपरेशन पूरा करेंगे। हमें लश्कर कमांडर का शव मिला। हम तीसरे शव की तलाश कर रहे हैं।"
बता दें कि अनंतनाग के कोकरनाग इलाके में आतंकवादियों और जवानों के बीच मुठभेड़ सात दिनों तक चली। ऊंची पहाड़ियों पर काबिज आतंकियों से निपटने के लिए सेना ने पहली बार मीडियम रेंज के तोपखाने के साथ ही सबसे अधिक शक्तिशाली हेरोन मार्क 2 ड्रोन का भी इस्तेमाल आतंकियों पर बम बरसाने में किया।
इस मुठभेड़ में देश को अपने तीन काबिल अफसरों के साथ एक जवान को भी खोना पड़ा। जम्मू-कश्मीर में घुसपैठ का प्रयास कर रहे आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में सेना के एक कर्नल, मेजर रैंक के एक अधिकारी, एक डीएसपी तथा दो सैन्य जवानों ने अपने प्राणों की आहुति दे दी। आतंकियों से लोहा लेने में 19 राष्ट्रीय राइफल्स के कमांडिंग ऑफिसर कर्नल मनप्रीत सिंह, मेजर आशीष और जम्मू कश्मीर पुलिस के डीएसपी हुमायूं भट्ट शहीद हो गए।