लखनऊः बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की प्रमुख मायावती ने श्रमिक दिवस के मौके पर शुक्रवार को कहा कि लॉकडाउन के कारण श्रमिकों की रोजी-रोटी पर गहरा संकट छाया हुआ है। उन्होंने कहा कि ऐसे में केन्द्र और राज्यों की कल्याणकारी सरकार के रूप में भूमिका बहुत ही जरूरी है मायावती ने एक ट्वीट में कहा, ‘‘मजदूर तथा मेहनतकश वर्ग अन्तरराष्ट्रीय श्रमिक दिवस को मई दिवस के रूप में हर वर्ष धूमधाम से मनाते हैं परन्तु वर्तमान कोरोना वायरस महामारी और लॉकडाउन के कारण उनकी रोजी-रोटी पर अभूतपूर्व गहरा संकट छाया हुआ है। ऐसे में केन्द्र तथा राज्यों की कल्याणकारी सरकार के रूप में भूमिका बहुत ही जरूरी है।उन्होंने एक अन्य ट्वीट में कहा, ‘‘इसलिए केन्द्र और राज्य सरकारों से अपील है कि वे करोड़ों गरीब मजदूरों तथा मेहनतकश परिवार वालों के जीवनदायी हितों की रक्षा में सार्थक कदम उठाएं और उन बड़ी निजी कम्पनियों का भी संज्ञान लें जो केवल अपना मुनाफा बरकरार रखने के लिए कर्मचारियों के वेतन में मनमानी कटौती कर रही हैं। बीते दिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निर्देश दिया है कि लगभग 10 लाख लोगों के लिए तत्काल पृथक-वास केंद्र, आश्रय गृह और सामुदायिक रसोई तैयार किये जाएं, जहां आने वाले प्रवासी मजदूरों को तात्कालिक रूप से रखा जा सके। पृथक-वास केंद्रों की स्थापना के लिए बड़े कॉलेजों का उपयोग किया जाए। अतिरिक्त वेंटिलेटरों की आवश्यकता होने पर पोर्टेबल वेंटिलेटर मंगाए जाएं। सभी जनपदों में इन्फ्रा-रेड थर्मामीटर उपलब्ध कराए जाएं ताकि प्रवासी श्रमिकों की सुगमता से जांच की जा सके। साथ ही कोविड-19 का उपचार करने में सक्षम निजी चिकित्सालयों को उपचार की अनुमति दी जाए।
राज्य में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या 2211 है। कुल 551 लोग पूर्णतया ठीक हो चुके हैं जबकि अमरोहा में एक व्यक्ति की मौत के साथ ही 40 लोगों की मौत हो गई है। सबसे अधिक 14 लोगों की मौत आगरा में हुई है। मुरादाबाद में छह, मेरठ में पांच, कानपुर में चार, फिरोजाबाद में दो तथा अमरोहा, बरेली, बस्ती, बुलंदशहर, लखनउ, वाराणसी, अलीगढ, मथुरा और श्रावस्ती में एक एक व्यक्ति की मौत हुई है। अब भी 1620 लोग इससे संक्रमित हैं।