Kisan Andolan Live: कोल इंडिया लिमिटेड (सीआईएल) ने मंगलवार को कहा कि केंद्रीय श्रमिक संगठनों ने 16 फरवरी को कंपनी और उसकी सहायक इकाइयों में एक दिन की हड़ताल का आह्वान किया है। सार्वजनिक क्षेत्र की सीआईएल का घरेलू कोयला उत्पादन में 80 प्रतिशत से अधिक योगदान है। कंपनी ने शेयर बाजार को बताया कि श्रमिक संगठनों ने हड़ताल का आह्वान किया है, हालांकि उसने हड़ताल के कारणों को नहीं बताया। कंपनी ने कहा, ''सीआईएल को सीटीयू (केंद्रीय श्रमिक संगठनों संघों) - एचएमएस, एआईटीयूसी, आईएनएमएफ (आईएनटीयूसी), सीटू से 16 फरवरी 2024 को सीआईएल एवं सभी सहायक कंपनियों में एक दिन की अखिल भारतीय हड़ताल के लिए नोटिस मिला है।'' किसान आंदोलन के मद्देनजर राजस्थान में हरियाणा और पंजाब से लगती सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है।
अधिकारियों ने यह जानकारी दी। बीकानेर के पुलिस महानिरीक्षक ओम प्रकाश ने कहा कि हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और अनूपगढ़ जिलों में 24 घंटे के लिए मोबाइल इंटरनेट निलंबित कर दिया गया है और सीमाएं सील कर दी गई हैं। उन्होंने बताया, ‘‘सीमाओं पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है। हनुमानगढ़, श्रीगंगानगर और अनूपगढ़ में सीमाओं पर दस नाके स्थापित किए गए हैं।’’
अधिकारी ने रतनपुरा सीमा का दौरा कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया। उन्होंने वहां मौजूद पुलिसकर्मियों से भी बात की और जरूरी निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सीमाएं सील कर दी गई हैं। पुलिस अधिकारी ने बताया, ‘‘श्रीगंगानगर में साधुवाली को छोड़कर शेष क्षेत्र में कोई किसान नहीं है। साधुवाली में लगभग 200 किसानों के इकट्ठा होने की उम्मीद है और वहां अतिरिक्त पुलिसकर्मी तैनात किए गए हैं।’’
किसानों के प्रदर्शन के मद्देनजर मध्य दिल्ली में भारी सुरक्षा बंदोबस्त किये गये हैं, जिसमें दंगा-रोधी उपकरणों के साथ कर्मियों को रणनीतिक रूप से तैनात किया गया है और कई प्रमुख सड़कों तक आवाजाही को नियंत्रित रखने के लिए धातु और कांक्रीट के अवरोधक लगाए गए हैं, जिससे रोजाना आने जाने वाले लोगों को कठिनाई हो रही है।
क्षेत्र में महत्वपूर्ण भवनों के आसपास स्थित चुनिंदा मेट्रो स्टेशनों पर कुछ प्रवेश और निकास द्वार बंद कर दिए गए हैं। एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि पड़ोसी राज्यों हरियाणा, पंजाब, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से राष्ट्रीय राजधानी की ओर मार्च कर रहे प्रदर्शनकारी किसानों के शहर में प्रवेश करने और संसद पहुंचने का प्रयास करने की स्थिति से निपटने के लिए सुरक्षा व्यवस्था ‘प्लान बी’ का हिस्सा है।
संसद के सभी द्वारों पर अवरोधक और अतिरिक्त सुरक्षाकर्मी तैनात किए गए हैं और अर्द्धसैनिक बलों के जवानों को भी तैनात किया गया है। संसद के पास लगाए गए अवरोधकों पर कंटीले तार लगाए गए हैं। लोक कल्याण मार्ग पर भी भारी सुरक्षा बंदोस्बत किए गए हैं जहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का आवास है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह और केंद्रीय कृषि मंत्री अर्जुन मुंडा के आवासों के आसपास भी सुरक्षा बढ़ा दी गई है। दिल्ली की तीन सीमाओं - सिंघू, टिकरी और गाजीपुर - को सील करने के अलावा, दिल्ली पुलिस ने संसद और दिल्ली के मध्य भाग की ओर जाने वाली विभिन्न सड़कों पर कई स्तरों पर अवरोधक लगाए हैं।
पूर्वी दिल्ली को राष्ट्रीय राजधानी के मध्य भाग से जोड़ने वाले विकास मार्ग पर भी सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद हैं। गाजीपुर से अक्षरधाम की ओर जाने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-9 पर क्रेन और भारी मशीनों की मदद से रास्तों को अवरुद्ध किया गया है। पुलिस ने वाणिज्यिक या निजी वाहनों में दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश कर रहे प्रदर्शनकारियों की पहचान करने के लिए वाहनों की जांच तेज कर दी है।
लाल किले की ओर जाने वाले बाहरी रिंग रोड पर भी बैरिकेड लगा दिये गये हैं क्योंकि पुलिस कोई जोखिम नहीं उठाना चाहती। अपने पिछले विरोध प्रदर्शन के दौरान आंदोलनकारी किसानों का एक समूह 26 जनवरी, 2021 को गणतंत्र दिवस पर हंगामा करते हुए दिल्ली के मध्य भाग में घुस गया था।