Karnataka Legislative Council: कर्नाटक के राज्यपाल थावरचंद गहलोत ने शनिवार को पूर्व मंत्रियों उमाश्री, एम. आर. सीताराम और भारतीय राजस्व सेवा के पूर्व अधिकारी एच. पी. सुधम दास को तत्काल प्रभाव से कर्नाटक विधान परिषद का सदस्य (एमएलसी) मनोनीत किया। मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने हाल ही में इन नामों का चयन किया था और मंजूरी के लिए राज्यपाल को भेजा था।
चार वरिष्ठ मंत्रियों ने मनोनयन को लेकर आपत्ति जतायी है और विरोध में कांग्रेस आला कमान को पत्र लिखा है। आधिकारिक अधिसूचना के अनुसार, ‘‘भारत के संविधान के अनुच्छेद 171 के प्रावधान (3) के उपप्रावधान (ई) के तहत प्राप्त अधिकारों के तहत मैं, कर्नाटक का राज्यपाल थावरचंद गहलोत निम्न तीन लोगों को तत्काल प्रभाव से कर्नाटक विधान परिषद का सदस्य मनोनीत करता हूं।’’
यह मनोनयन मोहन कुमार कोंडाजी, पी. आर. रमेश और सी. एम. लिंगप्पा का कार्यकाल समाप्त होने के बाद उनकी सेवानिवृत्ति के कारण हुई रिक्तियों को भरने के लिए किया गया है। आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, सीताराम को शिक्षक कोटा से मनोनीत किया गया है जबकि उमाश्री को अभिनय के क्षेत्र में तथा दास को सामाजिक कार्यों के क्षेत्र में उनके योगदान के लिए मनोनीत किया गया है।
सिद्धरमैया की विश्वासपात्र मानी जाने वालीं उमाश्री को चुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस से टिकट नहीं मिल पाया था वहीं शिक्षाविद सीताराम के पुत्र रक्षा रमैया भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव हैं। प्रवर्तन निदेशालय के पूर्व अधिकारी सुधम दास कर्नाटक विधानसभा चुनाव से पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए थे।