Karnataka Assembly 2023: कर्नाटक विधानसभा में प्रश्नकाल की कार्यवाही तय समय से अधिक समय तक चलने को लेकर मंगलवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस के एक वरिष्ठ सदस्य और विधानसभा अध्यक्ष के बीच तीखी नोकझोंक हुई।
प्रश्नकाल लंबा खिंचने से नाखुश कांग्रेस विधायक बसवराज रायरेड्डी ने कहा कि अगर अध्यक्ष नियम पुस्तिका का पालन नहीं कर रहे हैं तो उन्हें नियम पुस्तिका को फाड़ देना चाहिए। देर से आने के लिए अध्यक्ष द्वारा टोके जाने और कार्यवाही में बाधा न डालने के लिए कहे जाने पर रायरेड्डी गुस्से में सदन से बाहर चले गए।
यह घटना तब हुई जब परिवहन मंत्री रामलिंगा रेड्डी उपमुख्यमंत्री डी.के. शिवकुमार की ओर से कांग्रेस विधायक एन.ए. हारिस के ‘ब्रांड बेंगलुरु’ से संबंधित सवाल का जवाब दे रहे थे। इस विशिष्ट प्रश्न पर चर्चा थोड़ी लंबी अवधि तक चली, जिसमें भाजपा और सत्तारूढ़ कांग्रेस के विधायक 'ब्रांड बेंगलुरु' के तहत पहल पर बहस में उलझे रहे।
सी.एन. अश्वथ नारायण और सतीश रेड्डी जैसे विपक्षी विधायकों ने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार के तहत शहर में कोई काम नहीं हुआ है। भाजपा विधायक बसनगौड़ा पाटिल यत्नाल ने शहर और इसके आसपास बड़ी संख्या में स्कूलों में हाल ही में बम रखे होने की अफवाहों का हवाला देते हुए आरोप लगाया कि बेंगलुरु "बम सिटी" बन गया है।
उनकी टिप्पणी से दोनों पक्षों के बीच एक बार फिर तीखी नोकझोंक हुई। जब दोनों पक्षों के बीच चर्चा और बहस कुछ देर तक चलती रही तो वरिष्ठ कांग्रेस विधायक बसवराज रायरेड्डी ने कहा, ‘‘मैं आपसे (अध्यक्ष) आग्रह करता हूं, यह प्रश्नकाल है...इस सदन में कोई नियम दिखाई नहीं दे रहा है। नियम पुस्तिका को फाड़कर फेंक दें...माननीय अध्यक्ष आप अध्यक्ष हैं, कृपया नियमों का पालन करें।’’
इससे नाराज विधानसभा अध्यक्ष यू.टी. खादर ने रायरेड्डी से कहा, "आप 12 बजे (एक घंटे की देरी से) आए हैं और यहां आकर उपदेश दे रहे हैं, कृपया बैठ जाइए...।" अध्यक्ष द्वारा बार-बार बैठने के लिए कहे जाने पर रायरेड्डी ने कहा, "मैं भी एक वरिष्ठ सदस्य हूं, मेरे भी अधिकार हैं... मैं आसन का सम्मान करता हूं, कृपया मेरी बात सुनें...यदि आपमें किसी सदस्य को सुनने का धैर्य नहीं है, तो मैं क्या कर सकता हूं?"
खादर ने वरिष्ठ विधायक से कहा, "आप मेरी बात मानें, कृपया बैठ जाइए और कार्यवाही जारी रखने दें।" इससे नाराज रायरेड्डी ने घोषणा की कि अगर उनके शब्दों का कोई महत्व नहीं है तो वह सदन से बाहर चले जाएंगे। इसके बाद वह सदन से बाहर चले गए।
रायरेड्डी के सदन से बहिर्गमन करने पर विपक्षी भाजपा सदस्यों ने अध्यक्ष और सत्तापक्ष से वरिष्ठ सदस्य को वापस बुलाने तथा उनके साथ सम्मानजनक व्यवहार करने के लिए कहा, लेकिन अध्यक्ष ने ऐसा नहीं किया और कार्यवाही जारी रखी।