कानपुर : कानपुर के जिला अस्पताल के महिला वार्ड में बुधवार को महिलाओं ने बुर्का और सलवार-कुर्ता में एक व्यक्ति को देखा । दरअसल उस व्यक्ति के हाव-भाव और चाल ने महिलाओं के बीच संदेह पैदा कर दिया । फिर जब महिलाओं ने उसकी पैर की उंगलियों को देखा पता चला कि वह व्यक्ति एक आदमी था ।
मरीजों ने शोर मचाया तो वह दौड़कर इमरजेंसी वार्ड में पहुंच गया । उसके बाद जब वह चहारदीवारी फांदने की कोशिश कर रहे था, तो अस्पताल के कर्मचारियों ने उन्हें पकड़ लिया और नाराज मरीजों के गुस्से से बचाने के लिए पुलिस के हवाले कर दिया । चालक सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में तैनात महिला डॉक्टर के यहां काम करता है ।8 सितंबर को ड्राइवर ने डॉक्टर को अस्पताल छोड़ कर महिला वार्ड में प्रवेश किया । महिला अंडरगारमेंट्स भी पहन रखे थे ।
जानकारी के अनुसार, पुरुष ने महिला अंडरगारमेंट्स भी पहने हुए थे। पुलिस अधिकारी अरुण कुमार सिंह ने कहा कि व्यक्ति के माता-पिता ने कहा कि वह मानसिक रूप से अस्वस्थ है ।
आरोपी ने कहा कि उसने बुर्का पहना था क्योंकि वह महिला शौचालय जाना चाहता था । सूत्रों ने कहा कि उसने पहले से ही कुर्ता और सलवार पहन रखी थी । युवक ने इस बात से इनकार किया कि उसे पकड़ा गया और पुलिस के हवाले कर दिया गया । उसने कहा कि "मैं अपने दम पर एक पुलिस कांस्टेबल के पास गया । "