Jharkhand Politics News: साल 2024 के पहले दिन शुरुआत झारखंड की सियासत में बड़े बदलाव के संकेत से हुई है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पार्टी झामुमो के विधायक सरफराज अहमद ने इस्तीफा दे दिया है। सरफराज अहमद गिरिडीह के गांडेय सीट से विधायक थे। विधानसभा अध्यक्ष रवींद्रनाथ महतो ने उनके इस्तीफे को स्वीकार कर लिया है।
यही नहीं विधानसभा अध्यक्ष के द्वारा झामुमो विधायक का इस्तीफा स्वीकार करने के बाद विधानसभा सचिवालय ने आनन-फानन में गांडेय विधानसभा सीट के खाली होने की अधिसूचना भी जारी कर दी है। वहीं, अपना इस्तीफा सौंपने के बाद सरफराज अहमद वापस दिल्ली रवाना हो गए। विधायक सरफराज अहमद के अचानक इस्तीफा देने के बाद झारखंड में सियासी संग्राम के संकेत मिलने लगे हैं।
जैसे ही यह खबर आई कि सरफराज अहमद ने इस्तीफा दे दिया है तो इसको लेकर कयासों का बाजार गर्म हो गया। सरफराज अहमद ने तो इस्तीफे की वजह नहीं बताई है, लेकिन कहा जा रहा है कि एक सोची समझी रणनीति के तहत ही विधायक सरफराज अहमद का इस्तीफा हुआ है। सत्ताधारी दल के विधायक के इस्तीफे पर भाजपा ने बड़ी भविष्यवाणी कर दी है।
गोड्डा से भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने भविष्यवाणी कर दी है कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन भी जल्द ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे और उनकी पत्नी कल्पना सोरेन झारखंड की अगली मुख्यमंत्री होंगी। दरअसल, झारखंड में कथित जमीन घोटाले की आंच मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन तक पहुंच चुकी है।
जमीन घोटाला में मनी लॉन्ड्रिंग केस की जांच कर रही ईडी के 6 समन भेजने के बावजूद मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर नहीं पहुंचे। इसके बाद 29 दिसंबर को 7वां समन जारी करते हुए ईडी ने उनसे पूछा कि वे पूछताछ के लिए कब और कहां उपलब्ध रहेंगे। इसका जवाब देने के लिए ईडी ने हेमंत सोरेन को दो दिन का समय दिया, लेकिन उनकी तरफ से कोई जवाब नहीं दिया गया।
ऐसे में गिरफ्तारी के संभावित खतरे को देखकर हेमंत सोरेन कुर्सी बचाने के वैकल्पिक रास्ते तलाश रहे हैं। सियासी गलियारे में चर्चा तेज है कि हेमंत सोरेन अपनी पत्नी कल्पना सोरेन की ताजपोशी की तैयारी कर रहे हैं और गांडेय विधायक का इस्तीफा इसी तैयारी का एक हिस्सा है।
सूत्रों के मुताबिक हेमंत सोरेन गांडेय विधानसभा सीट पर उपचुनाव कराना चाहते हैं और उस सीट से अपनी पत्नी को झामुमो उम्मीदवार के तौर पर चुनावी मैदान में उतारने की तैयारी में जुटे हैं। गांडेय के झामुमो विधायक का इस्तीफा इसी वैकल्पिक रास्ते का हिस्सा बताया जा रहा है।
कहा जा रहा है कि अगर ईडी हेमंत सोरेन को गिरफ्तार करती है तो उन्हें मुख्यमंत्री का पद छोड़ना पड़ेगा। ऐसे में संभावना जताई जा रही है कि हेमंत सोरेन की जगह उनकी पत्नी कल्पना सोरेन को मुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई जा सकती है।