मुंबई, 20 सितंबर: आज (गुरुवार) मुंबई से जयपुर जाने वाली जेट एयरवेज़ की फ्लाइट में एक बड़ा हादसा होने से बच गया है। खबर के अनुसार क्रू की भूल के कारण फ्लाइट को यात्रा के बीच से ही मुंबई वापस मोड़ना पड़ा। ऐसे में अब घटना के बाद नागरिक उड्डयन मंत्री सुरेश प्रभु ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं।
सुरेश प्रभु ने यात्रियों की सुरक्षा को देखते हुए अधिकारियों से विमान सुरक्षा को लेकर एक विस्तृत सेफ्टी ऑडिट प्लान पेश करने को कहा है। इसमें सभी शेड्यूल एयरलाइंस, एयरोड्रोम, फ्लाइंग ट्रेनिंग स्कूल और एमआरओ के सुरक्षा मानकों का मूल्यांकन शामिल है। प्रभु ने डीजीसीए (नागर विमानन महानिदेशालय) को आदेश देते हुए कहा है कि इस मामले में शीघ्र ही सेफ्टी ऑडिट किया जाए। जांच की रिपोर्ट 30 दिनों के अंदर देनी हो। साथ ही सुरेश प्रभु ने कहा है कि इस घटना में जो भी लोग लिप्त पाए जाएंगे सभी के खिलाफ कार्यवाही की जाएगी।
आज विमान के उड़ान वक्त चालक दल के सदस्य ‘ब्लीड स्वीच’ सेलेक्ट करना भूल गये। जब ये हादसा होते होते बचा था। जेट एयरवेज की मुंबई-जयपुर उड़ान को टेकऑफ के बाद मुंबई वापस उतारना पड़ा, क्योंकि टेकऑफ के दौरान क्रू केबिन प्रेशर को बरकरार रखने का स्विच दबाना भूल गया था, जिसकी वजह से 166 में से 30 यात्रियों की नाक और कान से खून बहने लगा, और कुछ को सिरदर्द की शिकायत हुई। इस कारण से सभी यात्रियों को वापस फ्लाइट से निकाला गया और फिलहाल उनका इलाज मुंबई में किया जा रहा है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक 30 यात्री अभी बीमार हैं, जिनका इलाज चल रहा है, ऑक्सीजन मास्क्स वहां मौजूद थे।
वहीं, इस हादसे को लेकर जेट एयरवेज मे अपनी प्रतिक्रिया पेश की है। जेट की ओर सेबयान जारी करते हुए कहा गया है कि हादसे के बाद फ्लाइट को मुंबई वापस लाया गया है, इस दौरान फ्लाइट में 166 यात्री, 5 क्रू मेंबर्स मौजूद थे। जिन यात्रियों को तकलीफ हुई है उनका इलाज करवाया जा रहा है। कहा गया है कि उड़ान के कॉकपिट चालक दल को जांच लंबित अनुसूचित कर्तव्यों से हटा दिया गया है। एयरलाइन इस उड़ान पर मेहमानों के लिए वैकल्पिक उड़ान व्यवस्था कर रही है।