जम्मू, 11 अप्रैल: जम्मू कश्मीर के दो संसदीय क्षेत्रों - जम्मू तथा बारामुल्ला- में पत्थरबाजी की कुछ घटनाओं और कई स्थानों पर ईवीएम मशीनों में कांग्रेस के बटन न दब पाने की शिकायतों के बीच पहले चरण का मतदान संपन्न हो गया। हालांकि सबसे कम मतदान सोपोर में हुआ है। पत्थरबाजी में एक महिला भी घायल हो गई।
लोकसभा के पहले चरण के चुनाव में जम्मू कश्मीर के दो लोकसभा क्षेत्रों जम्मू और बारामुल्ला में गुरुवार 3 बजे तक लगभग 46 फीसदी मतदान हो चुका था। इस बीच पत्थरबाजी की भी घटना हुई जिसमें एक महिला घायल हो गई। जम्मू, सांबा, राजौरी और पुंछ के विधानसभा क्षेत्रों में क्रमशः 59, 66.6, 58.4 और 53.4 प्रतिशत मतदान 3 बजे तक दर्ज किया गया था। बारामुल्ला, कुपवाड़ा और बांडीपोरा के मतदान क्षेत्रों में क्रमशः 19, 38.7 और 26.1 प्रतिशत मतदान हुआ।
इसके अलावा, 19.36 फीसदी कश्मीरी पंडित विस्थापित मतदाताओं ने भी सुबह 11 बजे तक अपने मताधिकार का प्रयोग किया। बारामुल्ला निर्वाचन क्षेत्र में सुरक्षा बलों की भारी तैनाती के बीच मतदान हुआ। बारामुल्ला निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत रंबिलगढ़ गांव में शरारती तत्वों ने मतदान केंद्र पर पथराव किया। लेकिन वहां तैनात सुरक्षाकर्मियों ने त्वरित कार्रवाई कर स्थिति पर काबू पा लिया।
बारामुला जिले के पल्हालन गांव में आज सुबह मतदान बहिष्कार समर्थकों ने तांत्रे मुहल्ला में बने एक मतदान केंद्र पर पथराव किया। इसमें राजा बेगम पत्नी अब्दुल अजीज गनई नामक एक महिला जख्मी हो गई। उसे उपचार के लिए ट्रामा अस्पताल पट्टन में भर्ती कराया गया है। इस घटना के तुरंत बाद मतदान केंद्र में सुरक्षा व्यवस्था और कड़ी कर दी गई है। जम्मू लोकसभा क्षेत्र के ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों में उत्साही मतदाताओं की कतारें देखी गईं, वहीं बारामुल्ला में मतदान अपेक्षाकृत कम हुआ।
बारामुल्ला निर्वाचन क्षेत्र के गुरेज, करनाह और उड़ी के सीमावर्ती क्षेत्रों से अच्छी संख्या में मतदाताओं के मतदान करने की खबर है। बारामुल्ला निर्वाचन क्षेत्र में सोनावरी, शादीपोरा और कुछ अन्य स्थानों पर मतदाताओं की छोटी कतारें देखी गई। हालांकि सोपोर में सबसे कम भीड़ नजर आई।
इस बीच पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर दावा किया कि पुंछ में पोलिंग बूथ पर ईवीएम में कांग्रेस का बटन नहीं दब रहा है। अब्दुल्ला के आरोपों पर पुंछ जिला के मतदान अधिकारी ने कहा कि शाहपुर में एक मशीन में कांग्रेस चिह्न वाला बटन काम नहीं कर रहा था, लेकिन हमारे अधिकारियों ने इस मशीन को तुरंत बदल दिया। एक अन्य पोलिंग बूथ पर बीजेपी का बटन काम नहीं कर रहा था, हमने इसे भी बदल दिया।