नई दिल्ली:इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी अपने दो दिवसीय दौरे के लिए गुरुवार को भारत पहुंची हैं। दिल्ली एयरपोर्ट पर जियोर्जिया मेलोनी के स्वागत के लिए विदेश राज्य मंत्री समेत कई वरिष्ठ अधिकारी मौके पर मौजूद रहें। अपनी यात्रा में इटली की पीएम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी और विभिन्न विषयों पर विस्तृत चर्चा करेंगी।
दरअसल, गुरुवार, 2 मार्च 2023 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी नई दिल्ली में रायसीना डायलॉग के आठवें संस्करण का उद्घाटन करेंगे। उद्घाटन सत्र के मुख्य अतिथि के रूप में इटली की प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी शामिल होंगी। पीएम मेलोनी के साथ ही उनके दो दिवसीय दौरे के लिए उप प्रधानमंत्री एंटोनियों ताजानी और एख उच्च शक्ति व्यापार प्रतिनिधिमंडल भी होगा।
इटली की पीएम के दौरे के संबंध में सोमवार को विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा, ''जियोर्जिया मेलोनी की यात्रा से भारत और इटली के बीच संबंध मजबूत और गहरे होने की उम्मीद है।" विदेश मंत्रालय की ओर से कहा कि दोनों पक्ष नवंबर 2020 शिखर सम्मेलन के प्रमुख परिणामों पर प्रगति का जायजा लेंगे।
सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मजबूत करेंगे, घनिष्ठ आर्थिक संबंधों की दिशा में काम करेंगे। इसके अलावा प्रतिबा की गतिशीलता के अवसर बढ़ाएंगे और विज्ञान और प्रौद्योगिकी में चल रहे सहयोग को रणनीतिक मार्गदर्शक देंगे।
गौरतलब है कि अक्टूबर 2018 के बाद से किसी वरिष्ठ इतावली नेता की यह पहली द्विपक्षीय यात्रा होगी, जब तत्कालीन पीएम ग्यूसेप कोंटे ने भारत का दौरा किया था। मालूम हो कि मेलोनी का राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में ओपचारिक स्वागत किया जाएगा, जिसके बाद वह द्विपक्षीय, क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर पीएम मोदी के साथ बातचीत करेंगी। गुरुवार को ही वह विदेश मंत्री एस. जयशंकर और राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से भी मुलाकात करेंगी।
बता दें कि तीन दिवसीय रायसीना संवाद भू-राजनीति और भू-रणनीति पर भारत का प्रमुख सम्मेलन है। इसका आयोजन विदेश मंत्रालय द्वारा ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन के सहयोग से किया जाता है। 2023 संस्करण का विषय "प्रोवोकेशन, अनिश्चितता, टर्बुलेंस: लाइटहाउस इन द टेम्पेस्ट" है।
रायसीना डायलॉग 2023 में 100 से अधिक देशों के प्रतिनिधियों की भागीदारी देखी जाएगी, जिनमें मंत्री, सैन्य कमांडर, उद्योग के कप्तान, प्रौद्योगिकी के नेता, सामरिक मामलों के विद्वान और प्रमुख थिंक टैंक और युवाओं के विशेषज्ञ शामिल हैं।
भारत की जी20 अध्यक्षता की पृष्ठभूमि में इस वर्ष का संस्करण विशेष महत्व रखता है। यात्रा के दौरान एंटोनियो ताजनी, जो विदेश मामलों और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग मंत्री भी हैं, और वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल 2 मार्च को एक व्यापार गोलमेज सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे।