नई दिल्ली: रेलवे ने लोकल ट्रेन यात्रियों की सुरक्षित यात्रा सुनिश्चित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। जनवरी 2026 तक, स्वचालित दरवाजों से सुसज्जित नए डिजाइन की गैर-एसी लोकल ट्रेनें यात्रियों की सेवा के लिए शुरू की जाएंगी। सेंट्रल लाइन पर हाल ही में हुए हादसे के मद्देनजर, जिसमें चार स्थानीय यात्रियों की जान चली गई, रेल मंत्री और रेलवे बोर्ड के अधिकारियों ने इंटीग्रल कोच फैक्ट्री (ICF) की एक टीम के साथ बैठक की।
अधिकारियों ने बताया कि बैठक का उद्देश्य मुंबई की गैर-एसी लोकल ट्रेनों में स्वचालित दरवाज़े बंद करने के लिए व्यावहारिक समाधान खोजना था। इन नई ट्रेनों को गैर-वातानुकूलित डिब्बों में बंद दरवाजों से उत्पन्न होने वाली संभावित वेंटिलेशन समस्याओं को दूर करने के लिए डिज़ाइन किया जाएगा। नए डिज़ाइन वाली पहली ट्रेन नवंबर 2025 तक तैयार होने की उम्मीद है। परीक्षण के बाद, इसे जनवरी 2026 तक सेवा में लाया जाएगा।
मुख्य डिज़ाइन परिवर्तन में शामिल हैं:
हवादार दरवाज़े: अधिकतम वायु प्रवाह सुनिश्चित करने के लिए दरवाज़ों में एयर वेंट होंगे। छत पर वेंटिलेशन इकाइयाँ: ये डिब्बों में ताज़ी हवा लाएँगी। वेस्टिबुल कनेक्शन: कोचों में आपस में जुड़े हुए रास्ते होंगे, जिससे यात्री आसानी से कोचों के बीच आ-जा सकेंगे और भीड़ का बेहतर वितरण हो सकेगा।