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भारत चीन के बीच 15वें दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता आज, सकारात्मक परिणाम की उम्मीद कम

By मनाली रस्तोगी | Updated: March 11, 2022 10:47 IST

पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले बाकी क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों को सुलझाने के लिए भारत और चीन के बीच आज 15वें दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता का आयोजन किया जा रहा है। हालांकि, ऐसी खबरें सामने आ रही हैं कि बैठक के 15वें दौर से भारतीय सैन्य और राजनयिक प्रतिष्ठान को सकारात्मक परिणाम की उम्मीद कम है।

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ठळक मुद्देपूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले बाकी क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों को सुलझाने के लिए भारत और चीन के बीच आज 15वें दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता होगी।हालांकि, इस बैठक से भारतीय सैन्य और राजनयिक प्रतिष्ठान को सकारात्मक परिणाम की उम्मीद कम है।

नई दिल्ली: पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले बाकी क्षेत्रों से संबंधित मुद्दों को सुलझाने के लिए भारत और चीन के बीच शुक्रवार को 15वें दौर की उच्च स्तरीय सैन्य वार्ता होगी। हालांकि, पूर्वी लद्दाख में लगभग दो साल पुराने गतिरोध को हल करने के लिए चुशुल में भारत-चीन सैन्य कमांडरों की बैठक के 15वें दौर से भारतीय सैन्य और राजनयिक प्रतिष्ठान को सकारात्मक परिणाम की उम्मीद कम है। हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट में यह दावा किया गया है।

बता दें कि पैंगोंग झील क्षेत्र में हिंसक झड़प के बाद पांच मई 2020 को भारतीय और चीनी सेनाओं के बीच पूर्वी लद्दाख में सीमा गतिरोध शुरू हुआ। दोनों पक्षों ने धीरे-धीरे हजारों सैनिकों के साथ-साथ भारी सैन्य साजो सामान की तैनाती कर दी। वर्तमान में संवेदनशील क्षेत्र में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर दोनों पक्षों के लगभग 50,000 से 60,000 के बीच सैनिक तैनात हैं। 

भारत चीन के साथ पूर्वी लद्दाख में गतिरोध वाले शेष बिंदुओं जैसे पैट्रोलिंग पॉइंट 15 (हॉट स्प्रिंग्स), देपसांग बुलगे और डेमचोक में तनाव घटाने के बारे में बात कर रहा है। फिलहाल, कम उम्मीदों के बावजूद यह समझा जाता है कि दोनों पक्षों ने सैन्य चैनलों को खुला रखने का फैसला किया है ताकि किसी दुर्घटना की संभावना से इंकार किया जा सके क्योंकि दोनों सेनाएं इस क्षेत्र में पूरी तरह से तैनात हैं। 

अब तक की बातचीत के परिणामस्वरूप पैंगोंग त्सो (झील) के उत्तरी और दक्षिणी किनारे, गालवान और गोगरा हॉट स्प्रिंग क्षेत्रों के उत्तर और दक्षिण बैंक का समाधान हो चुका है। 12 जनवरी को भारत और चीन ने कोर कमांडर स्तर की 14वें दौर की बातचीत की थी। हालांकि, 12 जनवरी को हुई बातचीत के 14वें दौर में कोई नई सफलता नहीं मिली थी। वहीं, शेष क्षेत्रों में 22 महीने से जारी गतिरोध को समाप्त करने के लिए भारत और चीन आज लद्दाख में चुशुल मोल्दो में अगले दौर की बैठक करने वाले हैं।

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