नयी दिल्ली: केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने संसद के मानसून सत्र में बीते बुधवार को मणिपुर विवाद पर कांग्रेस सांसद द्वारा पूछे गये प्रश्न के जवाब में वायनाड के पूर्व सांसद और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता राहुल गांधी का नाम लेते हुए आरोप लगाया कि राहुल गांधी के हिंसाग्रस्त मणिपुर जाने से वहां का माहौल और खराब हुआ और हिसा में इजाफा हुआ।
भाजपा नेता स्मृति ने कांग्रेस सांसद अमी याजनिक द्वारा मणिपुर विवाद में पूछे प्रश्न का जवाब देते हुए कहा, "आपमें छत्तीसगढ़ पर चर्चा करने की हिम्मत कब होगी, बिहार में क्या हो रहा है उस पर चर्चा करने की हिम्मत कब होगी? हमें यह बताने की हिम्मत कब होगी कि कांग्रेस शासित राज्यों में महिलाओं के साथ कैसे बलात्कार होता है। आपमें हिम्मत कब होगी यह बताने के लिए कि राहुल गांधी ने मणिपुर में कैसे आग लगा दी।"
बेहद तल्ख लहजे में स्मृति ईरानी ने आगे कहा, "कैबिनेट की महिला मंत्रियों पर संदेह न करें।" पहले कांग्रेस अपने मुख्यमंत्री शासित राज्यों को देखें।" स्मृति ईरानी का यह भाषण वायरल हो रहा है। स्मृति ईरानी ने जब राहुल गांधी का नाम लिया तो उनके सामने बैठीं वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण भी मुड़कर देखने लगीं।
केंद्रीय मंत्री के बयान पर कांग्रेस नेता सुप्रिया श्रीनेत ने हमला करते हुए उसे 'नाटकीयता' करार दिया। कांग्रेस प्रवक्ता श्रीनेत ने कहा कि स्मृति ईरानी की मृत अंतरात्मा 'नाटकीयता' से जीवित नहीं होगी। श्रीनेत ने ट्वीट किया, "आप मणिपुर पर 78 दिनों तक चुप रहीं। आप हाथरस, लखीमपुर, शाहजहांपुर पर चुप थीं, आप अंकिता भंडारी की घटना पर खामोश रहीं। आपने हमारे महिला पहलवानों के लिए एक शब्द भी नहीं बोला। आप विफल हैं।"
स्मृति ईरानी ने राज्यसभा भाषण के बाद ट्विटर पर एक बार फिर राहुल गांधी पर निशाना साधा। ईरानी ने राहुल गांधी के उस पुराने बयान को कोट किया, जिसमें मुस्लिम लीग एक धर्मनिरपेक्ष पार्टी है। स्मृति ईरानी ने ट्वीट किया, "देवियो और सज्जनो,धर्मनिरपेक्षता का राहुल गांधी ब्रांड। उनका अपवित्र गठबंधन हिंदुओं को उनके मंदिरों में जिंदा जलाने की घोषणा करता है। राजवंश के लिए हिंदुओं से नफरत कोई नई बात नहीं है, लेकिन अब खुलेआम हिंदुओं को धमकाना... यह एक नया निचला स्तर है, मिस्टर गांधी।"