Hathras Stampede Incident: हाथरस में मंगलवार को एक धार्मिक आयोजन के दौरान मची भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गई। अस्पतालों में लाशों का पोस्टमार्टम करने के लिए लाशों का ढेर लग गया। इन सबके बीच अलीगढ़ के आईजी शलभ माथुर ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बड़ी जानकारी दी है।
उन्होंने बताया कि सभी 121 मृतकों की पहचान कर ली गई है और सभी का पोस्टमार्टम प्रक्रिया पूरी हो गई है। उन्होंने बताया कि इस घटना के संबंध में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इनमें चार पुरुष और दो महिलाएं हैं। यह सभी कार्यक्रम आयोजक थे।
6 सेवादार भाग गए थे
अलीगढ़ के आईजी शलभ माथुर ने बताया कि जब भगदड़ हुई तो छह सेवादार मौके से भाग गए थे, जिन्हें अब गिरफ्तार कर लिया गया है। मुख्य आरोपी प्रकाश मधुकर की गिरफ्तारी पर 1 लाख रुपये का इनाम घोषित किया जा रहा है। जल्द ही उसके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया जाएगा। हम यह भी जांच करेंगे कि क्या यह घटना किसी साजिश के कारण हुई।
आपराधिक इतिहास खंगाल रही है पुलिस
हाथरस भगदड़ की घटना पर अलीगढ़ के आईजी शलभ माथुर ने कहा कि अगर जरूरत पड़ेगी तो पूछताछ की जाएगी। एफआईर में नारायण साकार का नाम नहीं है। उन्होंने कहा कि ज़िम्मेदारी आयोजक की होती है। हालांकि, नारायण साकार के आपराधिक इतिहास की जानकारी ले रहे हैं। उनके नाम पर कार्यक्रम की अनुमति नहीं ली गई थी।
मालूम हो कि बीते दिनों पहले उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अस्पताल में इलाज करा रहे घायलों से मुलाकात की थी। उन्होंने बताया कि अस्पताल में 31 घायलों का इलाज चल रहा है और लगभग सभी खतरे से बाहर हैं।
उन्होंने कहा कि मैंने कई प्रत्यक्षदर्शियों से बातचीत की और उन्होंने मुझे बताया कि यह घटना कार्यक्रम समाप्त होने के बाद हुई। योगी ने कहा कि जब सत्संग के प्रचारक मंच से नीचे आ रहे थे, अचानक कई महिलाएं उन्हें छूने के लिए उनकी ओर बढ़ने लगीं और जब 'सेवादारों' ने उन्हें रोका, जिसके कारण यह दुर्घटना हुई।