कुरुक्षेत्रः प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मंगलवार को कुरुक्षेत्र में भगवान कृष्ण के पवित्र शंख को समर्पित स्मारक 'पांचजन्य' का उद्घाटन करेंगे और गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस के अवसर पर आयोजित होने वाले एक विशेष कार्यक्रम में भी शामिल होंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के एक बयान के मुताबिक, इसके बाद, मोदी महाभारत अनुभव केंद्र का दौरा करेंगे। यह एक गहन अनुभवात्मक केंद्र है, जहां महाभारत के महत्वपूर्ण प्रसंगों को प्रदर्शित किया गया है, जो इसके स्थायी सांस्कृतिक और आध्यात्मिक महत्व को दर्शाते हैं।
बयान में कहा गया है कि प्रधानमंत्री सिखों के नौवें गुरु श्री गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में आयोजित एक विशेष कार्यक्रम में भाग लेंगे। कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री इस मौके पर एक विशेष सिक्का और डाक टिकट जारी करेंगे। सरकार एक वर्ष तक चलने वाला स्मरणोत्सव मना रही है।
‘हिंद की चादर’ श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर हरियाणा सरकार द्वारा ज्योतिसर, कुरुक्षेत्र में समागम का आयोजन मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने सिख मर्यादा और परंपराओं का पूर्ण पालन करते हुए अत्यंत विनम्रता, आदर और श्रद्धा सहित श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के पावन स्वरूप को पूर्ण मर्यादा से सुशोभित आसन पर स्थापित किया।
प्रधानमंत्री ब्रह्म सरोवर में दर्शन और पूजन करेंगे। यह सरोवर भारत के सबसे पवित्र तीर्थस्थलों में से एक है और माना जाता है कि भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को श्रीमद्भगवद्गीता का दिव्य ज्ञान यहीं दिया था। प्रधानमंत्री का यह दौरा कुरुक्षेत्र में चल रहे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव के दौरान हो रहा है। यह महोत्सव 15 नवंबर को शुरू हुआ था और पांच दिसंबर तक चलेगा।
हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को कहा कि हरियाणा सरकार गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस के उपलक्ष्य में एक से 25 नवंबर तक राज्य भर में कई कार्यक्रम आयोजित करेगी। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
एक आधिकारिक बयान के अनुसार, तैयारियों पर चर्चा के लिए यहां आयोजित समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए सैनी ने कहा कि 25 नवंबर को कुरुक्षेत्र में राज्य स्तरीय स्मृति समारोह आयोजित किया जाएगा। सैनी ने अधिकारियों को सभी कार्यक्रमों में स्कूली छात्रों और वरिष्ठ नागरिकों की अधिकतम भागीदारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया, ताकि लोग नौवें सिख गुरु के जीवन, बलिदान और शिक्षाओं से प्रेरणा ले सकें।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को गुरु तेग बहादुर को उनके 350वें शहीदी दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की। प्रधानमंत्री ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, ‘‘श्री गुरु तेग बहादुर जी के 350वें शहीदी दिवस पर हम उनके अद्वितीय साहस और बलिदान को नमन करते हैं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘आस्था और मानवता की रक्षा के लिए उनकी शहादत हमारे समाज को सदैव आलोकित करेगी।’’
एक अप्रैल, 1621 को अमृतसर के गुरु के महल में जन्मे तेग बहादुर, गुरु हरगोबिंद के सबसे छोटे पुत्र और नौवें सिख गुरु थे। 24 नवंबर, 1675 को दिल्ली में मुगल बादशाह औरंगजेब के आदेश पर उनका सिर कलम कर दिया गया था। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरु तेग बहादुर के 350वें शहीदी दिवस पर मंगलवार को उन्हें श्रद्धांजलि दी।
कहा कि नौवें सिख गुरु ने आध्यात्मिक साधना की, दिव्य समागम आयोजित किए और क्रूर आक्रमणकारियों से स्वसंस्कृति और स्वधर्म की रक्षा की। शाह ने ‘एक्स’ पर एक संदेश में कहा, ‘‘सिख धर्म के नौवें गुरु, ‘हिंद की चादर’ गुरु तेग बहादुर जी के 350वें बलिदान दिवस पर उन्हें नमन करता हूं।’’
गृह मंत्री ने कहा, ‘‘गुरु तेग बहादुर जी ने एक ही जीवनकाल में आध्यात्मिक साधना भी की, सत्संग भी किए और क्रूर आक्रांताओं से स्वसंस्कृति व स्वधर्म की रक्षा भी की। उन्होंने कश्मीरी पंडितों के लिए संघर्ष किया, अत्याचारी मुगल को चुनौती दी और धर्म की खातिर अपना सर्वस्व बलिदान कर दिया।’’ शाह ने कहा, ‘‘शौर्य, संयम, त्याग और समर्पण से भरी गुरु साहिब जी की बलिदान गाथा को याद कर आज भी मन गौरव और राष्ट्ररक्षा के संकल्प से भर जाता है।’’