गांधीनगर:गुजरात में एक हिंदू परिवार के तीन सदस्यों के इस्लाम धर्म अपनाने और इसके कारण परिवार के एक सदस्य के आत्महत्या का प्रयास करने के मामले के खिलाफ दीसा शहर में शनिवार को हिंदू संगठनों द्वारा निकाली गई रैली में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए है।
पुलिस अधीक्षक अक्षय राज मकवाना ने बताया कि रैली शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई। अधिकारियों द्वारा अनुमति दिए गए मार्ग के अलावा केवल एक समूह ने दूसरे मार्ग का इस्तेमाल किया था।
इस पर पुलिस अधीक्षक ने क्या कहा
मामले में बोलते हुए पुलिस अधीक्षक ने संवाददाताओं से कहा, ''शनिवार को दीसा शहर में आयोजित रैली में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए। रैली को पहले से निर्धारित मार्ग पर निकाला जाना था। यह शांतिपूर्ण ढंग से संपन्न हुई और कानून-व्यवस्था उचित तरह से बनी रही।''
5 आरोपियों पर मामला हुआ दर्ज
कुछ प्रदर्शनकारियों के लाठीचार्ज में घायल होने के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा, ''रैली में लोगों के एक समूह ने तय किए गए रास्ते से अलग रास्ता अपनाया। पुलिस ने भारी लाठीचार्ज या घायल किए बिना उन्हें इस बारे में समझाने की कोशिश की।''
मकवाना ने बताया, आत्महत्या के लिए उकसाने और जबरन वसूली करने के पांच आरोपियों में से दो को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि बाकी को पकड़ने के प्रयास किए जा रहे हैं।
शेख परिवार पर केस हुआ है दर्ज
28 अप्रैल को पालनपुर (पूर्व) पुलिस थाने में दर्ज प्राथमिकी के अनुसार हरेश सोलंकी, जिसने जहर खाकर जान देने की कोशिश की थी, ने कहा है कि वह अपनी पत्नी, बेटे और बेटी के इस्लाम धर्म अपनाने और उनके अलग रहने से तनाव में था।
एक शेख परिवार के पांच सदस्यों के खिलाफ धारा 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना), 384 (जबरन वसूली) और 506 (आपराधिक धमकी) के तहत मामला दर्ज किया गया था। शोख परिवार पर आरोप है कि उसने सोलंकी को अपने परिवार के सदस्यों से मिलने के लिए कथित तौर पर इस्लाम धर्म अपनाने या फिर 25 लाख रुपए देने के लिए मजबूर किया था।