गुजरात के सूरत में चार मंजिला कमर्शियल कॉम्पलेक्स के एक कोचिंग क्लास में लगी आग से कम से कम 20 लोगों की मौत के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर लिया है। सूरत पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है।
पुलिस ने कॉम्पलेक्स के बिल्डर हरसुल वेकरिया और जिग्नेश समेत कोचिंग के मालिक भार्गव भूटानी के खिलाफ एफआईआर दर्ज किया है। यह घटना शुक्रवार शाम हुई थी। आग लगने के बाद कई छात्रों की जान इमारत से कूदने की वजह से गई। वहीं, कुछ छात्रों की मौत दम घुटने से हुई।
टीवी चैनलों और सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो में भयानक मंजर दिखाई दे रहा है जहां छात्र और छात्राएं जान बचाने के लिए इमारत से कूदते नजर आ रहे हैं। यह आग सूरत के सरथना इलाके के तक्षशिला परिसर में लगी थी और छात्र आग से बचने के लिए तीसरी और चौथी मंजिलों से कूदते नजर आए।
गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने कहा कि आग लगने की घटना में कम से कम 20 छात्रों की मौत हो गयी। घटना के बाद मुख्यमंत्री विजय रूपाणी ने अस्पतालों का भी दौरा किया, जहां आग से जख्मी लोग इलाज के लिए भर्ती हैं। उप मुख्यमंत्री नितिन पटेल ने कहा है कि मामले में विस्तृत जांच के आदेश दिए हैं और दोषी पाए गए किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा।
पटेल ने कहा कि इमारत में कोचिंग कक्षाएं छत पर एक शेड में चल रही थीं। इस बात की जांच की जाएगी कि निर्माण कार्य अवैध तो नहीं है। सूरत अग्निशमन विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि 19 दमकल गाड़ियों को मौके पर भेजा गया और आग पर काबू पाने के लिए दो हाइड्रोलिक प्लेटफार्म भी बनाए गए थे।
वहीं, मुख्यमंत्री रूपाणी ने मृतकों के परिजनों को चार-चार लाख रूपए की वित्तीय सहायता मुहैया कराने का ऐलान भी किया है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने घटना पर शोक व्यक्त करते हुए कहा कि वह आग त्रासदी से अत्यंत दुखी हैं।