अहमदाबादः गुजरात में स्कूल और कॉलेज 21 फरवरी से "पूरी तरह से ऑफ़लाइन" हो जाएंगे, जबकि आठ में से छह शहरों में रात का कर्फ्यू शुक्रवार से हटा लिया जाएगा। राज्य सरकार ने कोविड -19 में गिरावट के मद्देनजर यह फैसला किया।
राज्य के शिक्षा मंत्री जीतू वघानी ने एक ट्वीट में इस बाबत घोषणा की। वघानी ने कहा कि इस बीच, राज्य सरकार ने सरकारी प्राथमिक शिक्षकों के तबादले के 2012 के नियमों की समीक्षा की घोषणा की है। सरकार ने राज्य के छह शहरों में लागू रात्रिकालीन कर्फ्यू 19 फरवरी से समाप्त करने जबकि अहमदाबाद और वडोदरा में इसे और एक सप्ताह तक लागू रखने का फैसला लिया है।
राज्य सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के अनुसार, सूरत, राजकोट, भावनगर, जूनागढ़, जामनगर और गांधीनगर में 19 फरवरी से रात्रिकालीन कर्फ्यू प्रभावी नहीं होगा, वहीं अहमदाबाद और वडोदरा में 25 फरवरी तक रात 12 बजे से सुबह पांच बजे तक कर्फ्यू जारी रहेगा। गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल की अध्यक्षता में दिन में हुई कोर कमेटी की बैठक में इस आशय का फैसला लिया गया।
विज्ञप्ति के अनुसार, पटेल ने कहा, ‘‘राज्य सरकार ने पाबंदियों में और छूट देने का फैसला लिया है ताकि कोविड के घटते मामलों की पृष्ठभूमि में व्यापार और अर्थव्यवस्था को और नुकसान ना पहुंचे।’’ मुख्यमंत्री ने संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा लगायी गई पाबंदियों का पालन करने के लिए जनता का धन्यवाद किया।
5 फरवरी को सरकार ने घोषणा की थी कि स्कूल 7 फरवरी से कक्षा 1 से 9 के लिए ऑनलाइन कक्षाओं के साथ-साथ शारीरिक कक्षाएं फिर से शुरू करेंगे। गुरुवार को प्री-स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों को फिर से खोल दिया गया। इस बीच, गृह विभाग ने एक आदेश जारी किया कि रात 12 बजे से सुबह 5 बजे तक रात का कर्फ्यू अब केवल दो शहरों अहमदाबाद और वडोदरा में 18 फरवरी से 25 फरवरी तक लागू रहेगा।