गुजरात के साबरकांठा जिले से एक अनोखी शादी की खबर आई है। यहां चंपलानार में 27 वर्षीय अजय बारोट शादी थी। इस शादी में हल्दी से लेकर मेहंदी सारी रस्में हुई। बारात में लगभग दो सौ लोग शामिल हुए, और लगभग आठ सौ लोगों ने दावत का आनंद लिया। यह बारात बिलकुल आम गुजराती बारात की तरह थी, जिसमें सारे पारंपरिक अनुष्ठान हुए। लेकिन फिर भी यह आम शादी से थोड़ी अलग थी। इस शादी के लिए कोई दुल्हन नहीं थी। यह बारात परिवार ने सिर्फ अपने बड़े बेटे अजय की इच्छा को पूरी करने के लिए निकाली थी।
दरअसल, अजय लर्निंग डिसअबिलिटी से ग्रस्त है, वह खुद की बारात निकालना चाहता था। अजय के चाचा कमलेश बारोट ने बताया कि फरवरी में मेरे बेटे की शादी हुई। इसके बाद अजय भी चाहता था कि उसके लिए भी ऐसा आयोजन किया जाए और वह जिद्द करने लगा कि उसे भी शादी करनी है। उसकी जिद्द के बाद हमने ने यह फैसला किया कि हम लोग उसकी वरघोड़ो (शादी की बारात) निकलवाएंगे। इसके लिए हमने शादी के कार्ड भी छपवाए थे, पुजारी को बुलाकर सभी रस्में भी करवाई और दावत का आयोजन भी किया।'
परिवारवालों ने बताया कि अजय के लिए लड़की ढूंढना मुश्किल था। उसकी शादी नहीं हो सकती थी इसलिए हम लोगों ने उसकी बारात के सारे रीति-रिवाज करने का फैसला लिया।