नई दिल्ली: डेमोक्रेटिक प्रोग्रेसिव आजाद पार्टी अध्यक्ष गुलाम नबी आजाद ने नए संसद भवन के उद्घाटन को लेकर बुधवार को कहा कि नए भवन का निर्माण आवश्यक था, यह अच्छा है कि अब बन गया है। एएनआई से उन्होंने कहा, "जिस समय पीवी नरसिम्हा राव पीएम थे, शिवराज पाटिल स्पीकर थे और मैं संसदीय कार्य मंत्री था, शिवराज जी ने मुझसे कहा था कि 2026 से पहले एक नया और बड़ा संसद भवन बनाया जाना चाहिए।"
उन्होंने ये भी कहा, "मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता कि उद्घाटन समारोह में कौन शामिल होगा या कौन बहिष्कार करेगा।" बता दें कि 19 विपक्षी दल इस कार्यक्रम के बहिष्कार की घोषणा कर चुके हैं। कुछ विपक्षी दलों ने समारोह के बहिष्कार की घोषणा की क्योंकि उनका कहना था कि यह राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा किया जाना चाहिए था।
विपक्ष के 19 दलों ने बुधवार को ऐलान किया कि वे संसद के नए भवन के उद्घाटन समारोह का सामूहिक रूप से बहिष्कार करेंगे क्योंकि इस सरकार के कार्यकाल में संसद से लोकतंत्र की आत्मा को निकाल दिया गया है और समारोह से राष्ट्रपति को दूर रखकर 'अशोभनीय कृत्य' किया गया है।
उन्होंने एक संयुक्त बयान में यह आरोप भी लगाया कि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को उद्घाटन समारोह से दरकिनार करना और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा संसद के नए भवन का उद्घाटन करने का फैसला लोकतंत्र पर सीधा हमला है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 28 मई को संसद के नए भवन का उद्घाटन करेंगे।