नई दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने दिल्ली में जी-20 शिखर सम्मेलन से इतर द्विपक्षीय बैठक की। पीएमओ ने कहा कि नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन दिल्ली के 7, लोक कल्याण मार्ग पर बातचीत की। भारत और अमेरिका के बीच संबंध और गहरे होंगे।
प्रधानमंत्री ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के साथ बैठक 'बहुत सार्थक' रही, भारत एवं अमेरिका के बीच आर्थिक, दोनों देशों के लोगों के बीच संबंधों को आगे बढ़ाने के विषयों पर चर्चा हुई। अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन के साथ बातचीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच मित्रता वैश्विक भलाई को आगे बढ़ाने में बड़ी भूमिका निभाती रहेगी।
प्रधानमंत्री कार्यालय ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन ने कई मुद्दों पर चर्चा की। इससे भारत, अमेरिका के बीच संबंध और प्रगाढ़ होंगे। बैठक के दौरान, दोनों नेताओं द्वारा जून में प्रधानमंत्री मोदी की वाशिंगटन की आधिकारिक यात्रा के दौरान लिये गये निर्णयों पर हुई प्रगति की समीक्षा की।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की अध्यक्षता में होने वाले जी20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन शुक्रवार को यहां पहुंचे। व्हाइट हाउस ने कहा है कि बाइडन जी20 शिखर सम्मेलन के लिए भारत की अपनी यात्रा के दौरान रोग नियंत्रण एवं रोकथाम केंद्र (सीडीसी) के कोविड-19 दिशानिर्देशों का पालन करेंगे।
बाइडन की पत्नी जिल बाइडन (72) सोमवार को कोविड-19 से संक्रमित पायी गयी थीं। इसके बाद राष्ट्रपति बाइडन (80) की सोमवार तथा मंगलवार को कोरोना वायरस जांच की गयी, हालांकि वह संक्रमित नहीं पाए गए। शनिवार से शुरू होने वाले दो दिवसीय शिखर सम्मेलन में ग्लोबल साउथ की चिंताओं, यूक्रेन संघर्ष के परिणामों, निराशाजनक आर्थिक परिदृश्य और एक खंडित भूराजनीतिक परिदृश्य में समावेशी विकास को बढ़ावा देने जैसी कुछ जटिल वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए मंथन होगा।
जी20 के सदस्य देश वैश्विक सकल घरेलू उत्पाद का लगभग 85 प्रतिशत, वैश्विक व्यापार का 75 प्रतिशत से अधिक और विश्व जनसंख्या का लगभग दो-तिहाई प्रतिनिधित्व करते हैं। समूह में अर्जेंटीना, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील, कनाडा, चीन, फ्रांस, जर्मनी, भारत, इंडोनेशिया, इटली, जापान, कोरिया, मैक्सिको, रूस, सऊदी अरब, दक्षिण अफ्रीका, तुर्की, ब्रिटेन, अमेरिका और यूरोपीय संघ (ईयू) शामिल हैं।
बैठक में अमेरिका की ओर से अमेरिकी वित्त मंत्री जेनेट येलेन, विदेश मंत्री एंथनी ब्लिंकन और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन भी मौजूद थे, जबकि भारतीय प्रतिनिधिमंडल में विदेश मंत्री एस जयशंकर और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल शामिल थे। मोदी अगले दो दिनों में 15 द्विपक्षीय बैठकें करने वाले हैं।
प्रधानमंत्री ने पहले कहा था कि ये बैठकें विभिन्न देशों के साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों की समीक्षा का तथा विकास सहयोग को और मजबूत करने का अवसर प्रदान करेंगी। उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया था, ‘‘मेरा दृढ़ विश्वास है कि नयी दिल्ली में जी20 का शिखर सम्मेलन मानव-केंद्रित और समावेशी विकास में नया मार्ग प्रशस्त करेगा।
मैं अगले दो दिन में वैश्विक नेताओं के साथ सकारात्मक बातचीत को लेकर आशान्वित हूं।’’ मोदी ने कहा था, ‘‘मैं कई नेताओं और प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों के साथ मित्रता और सहयोग के संबंधों को और अधिक मजबूत करने के उद्देश्य से द्विपक्षीय वार्ता करूंगा।’’
मोदी शनिवार को ब्रिटेन, जापान, जर्मनी और इटली के नेताओं के साथ द्विपक्षीय बैठकों के अलावा जी20 के सत्रों में शामिल होंगे। सूत्रों के अनुसार, रविवार को वह फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुअल मैक्रों के साथ दोपहर के भोजन पर बैठक करेंगे।