नई दिल्ली: भारतीय जनता पार्टी के नेता शहजाद पूनावाला ने आगामी लोकसभा चुनाव से पहले कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (आप) के बीच हो रही चुनावी गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि दोनों दलों का गठबंधन केवल 'मतलब के पक्के दोस्त' की तरह है।
भाजपा प्रवक्ता पूनावाला ने दोनों विपक्ष दलों पर एक साथ हमला करते हुए कहा, "एक तरफ कांग्रेस और आप दिल्ली में दोस्ती कर रहे हैं और दूसरी तरफ पंजाब में नूराकुश्ती भी कर रहे हैं। दिल्ली में मीठा-मीठा गप्प-गप्प और पंजाब में एक-दूसरे पर भ्रष्टाचार का आरोप लगा रहे हैं।"
उन्होंने कहा, "अब प्रियंका गाधी के करीबी नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब की आप सरकार पर अवैध रेत खनन के जरिये 39,000 करोड़ रुपये का काला धन जमा करने का आरोप लगाया है। पहले भगवंत मान ने कहा था एक थी कांग्रेस और कांग्रेस ने जवाब दिया था एक था जोकर। क्या ऐसे गठबंधन पर भरोसा किया जा सकता है।”
भाजपा नेता ने आगे कहा, "जिस आम आदमी पार्टी ने कभी 1984 के दंगों के लिए कांग्रेस को जिम्मेदार ठहराया था और राजीव गांधी को मिले भारत रत्न को लौटाने की मांग की थी, वह वही पार्टी कांग्रेस के साथ गठबंधन कर रही है। क्या अब फायदे के लिए आम आदमी पार्टी ने 1984 के दंगों के अपराधियों को माफ कर दिया है?"
मालूम हो कि शहजाद पूनावाला की टिप्पणी दिल्ली में संभावित सीट बंटवारे को लेकर आप और कांग्रेस के बीच चर्चा और नवजोत सिंह सिद्धू द्वारा आप सरकार की हालिया आलोचना के बीच आई है।
कांग्रेस नेता नवजोत सिद्धू ने बीते सोमवार को आम आदमी पार्टी सरकार के मंत्रियों पर पंजाब में अवैध रेत खनन में शामिल होने का आरोप लगाया। सिद्धू ने मान सरकार को घेरते हुए इस बात पर जोर दिया कि यह एक गंभीर मुद्दा है जो पंजाब की अर्थव्यवस्था के लिए खतरा है।
कांग्रेस नेता की यह टिप्पणियां नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) द्वारा सोमवार को पंजाब सरकार, जिला मजिस्ट्रेट और संबंधित अधिकारियों को नोटिस जारी करने के बाद की गईं। यह नोटिस कांग्रेस नेता नवजोत सिंह सिद्धू और अन्य द्वारा दायर एक याचिका के जवाब में था, जिसमें पंजाब के रूपनगर में सभी कथित अवैध रेत खनन को रोकने के निर्देश देने की मांग की गई थी।
उन्होंने कहा, "यह मामला सिर्फ रोपड़ से नहीं, बल्कि पठानकोट और मोगा से भी आया है और लोगों ने प्रत्यक्षदर्शी के तौर पर सबूतों के साथ गवाही दी है। पंजाब सरकार पर 630 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया गया है, जो कि उन्होंने नहीं चुकाया है।"