गुवाहाटी, 20 नवंबर असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व सरमा ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के अनुरूप राज्य के पांच कॉलेजों का जल्दी ही विश्वविद्यालय के तौर पर उन्नयन किया जायेगा ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में राष्ट्रीय शिक्षा नीति (एनईपी) को समय पर लागू करने के बारे में महत्वपूर्ण फैसला कैबिनेट की अगली साप्ताहिक बैठक में किया जायेगा ।
शर्मा ने पूर्वोत्तर शिक्षा कन्क्लेव के उद्घाटन कार्यक्रम से इतर कहा, ‘‘एनईपी के लिये विश्वविद्यालयों की आवश्यकता है । हमारे पास जोरहाट, लखीमपुर और नगांव में स्वायत्त कॉलेज हैं । इन सबको विश्वविद्यालय बनाया जायेगा ।’’
उन्होने कहा, ‘‘इन तीनों के अलावा, हम सिबसागर कॉलेज और हांडिक महिला कॉलेज को भी विश्वविद्यालय में तब्दील करेंगे ।’’ मुख्यमंत्री ने कहा कि 25 नवंबर को कैबिनेट की बैठक में एनईपी के तहत शैक्षणिक संस्थानों की संरचना को मंजूरी दी जाएगी ।
इससे पहले सम्मेलन को संबोधित करते हुये सरमा ने कहा कि एनईपी 2020 अंकपत्र से आगे बढ़ने और ज्ञान की दिशा में बढ़ने का अवसर प्रदान करती है जो भारत को अधिक ऊंचाइयों पर ले जाएगा तथा छात्रों को बढ़ने के अवसर प्रदान करेगा ।
कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान भी शामिल हुए।
Disclaimer: लोकमत हिन्दी ने इस ख़बर को संपादित नहीं किया है। यह ख़बर पीटीआई-भाषा की फीड से प्रकाशित की गयी है।