मुंबई के उपनगरीय क्षेत्र मुलुंद में 40 वर्षीय एक ऑटोरिक्शा चालक ने इस भय से अपना गला काट लिया कि कोई व्यक्ति उसका पीछा कर रहा है और महानगर में संपत्ति के लिए उसकी जान ले लेगा। पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि सायन अस्पताल में लालजी पाल नामक इस चालक का इलाज चल रहा है। विचित्र बात है कि पाल अपने ऑटोरिक्शा के चालक सीट के नीचे धारदार हथियार और एक नोट रखता है जिसमें उसने अपने डर का उल्लेख कर रखा है। उसी जगह पर उसने नामित व्यक्ति का भी नाम भी लिख रखा है। अधिकारी ने बताया कि गला कटा होने से बोलने में असमर्थ पाल लिखकर पुलिस के प्रश्नों का उत्तर दे रहा है। उनके अनुसार शुक्रवार को मुलुंद में पी के रोड पर पाल ने तड़के अपना गला काट लिया एवं जब वहां से गुजर रहे किसी व्यक्ति ने उसे खून से लथपथ देखा, तब उसने पुलिस को उसकी सूचना दी। पुलिस ने शुरू में यह मानकर अज्ञात व्यक्तियों के विरूद्ध भादंसं की धारा 307 (हत्या का प्रयास) के तहत मामला दर्ज किया कि पाल पर लुटेरों ने धन की लूटपाट के मकसद से हमला किया हो, लेकिन जब पुलिस ने सीसीटीवी कैमरे खंगाले तब उसे हमलावर का कोई सुराग नहीं मिला। अधिकारी ने कहा, ‘‘पुलिस तब स्तब्ध रह गयी जब रविवार को होश आने के बाद पाल ने लिखकर बताया कि उसने खुद ही अपना गला काट लिया और पुलिसकर्मियों से ऑटोरिक्शे में रखे नोट लाने को कहा। ’’अधिकारी के अनुसार, पुलिस को नोट के जरिए पता चला कि मुंबई में नकद समेत पाल की कुछ संपत्ति है लेकिन वह अपने परिवार के सदस्यों के साथ नहीं रह रहा था क्येांकि उसे डर था कि कोई उसका पीछा कर रहा है और वह संपत्ति पर दावे के लिए उसकी जान ले लेगा। पाल ने यह भी लिखा है कि यदि उसपर हमला होता है तो उसकी संपत्ति का उत्तराधिकारी कौन होगा।
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