कृषि कानूनों के खिलाफ दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर जारी आंदोलन में अपना समर्थन देने गईं कांग्रेस नेता अल्का लांबा और यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय लल्लू को किसानों ने मंच पर नहीं आने दिया।
दोनों नेता किसान आंदोलन के लिए समर्थन जताने पहुंचे थे। हालाकि, किसान एकता मोर्चा ने उन्हें मंच साझा करने और भाषण देने नहीं दिया। किसानों ने कहा कि अगर उन्हें मीडिया को बाइट देनी है तो वे बगल में जाकर दे सकते हैं।
चंडीगढ़ से आया राकेश टिकैत के लिए पानी
इस बीच चंडीगढ़ से किसानों का एक जत्था भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत के लिए पानी लेकर आया। बता दें कि गुरुवार शाम धरना स्थल खाली होने की आशंका के बीच राकेश टिकैत के भावुक होने की खबरों ने आंदोलन का रुख बदल दिया है।
धरना स्थल पर पानी और बिजली की दिक्कत राकेश टिकैत ने की थी। इसके बाद उनके गांव सिसौली से भी किसान रजाई-गद्दे और पानी लेकर पहुंचे हैं।
धरना स्थल पर टॉयलेट और पानी की व्यवस्था की अपील
किसान एकता मोर्च की ओर से शुक्रवार को धरना स्थल पर पक्का टॉयलेट और पानी का बंदोबस्त कराने का भी आह्वान आम जनता से किया गया।
दूसरी ओर सिंघु बॉर्डर पर शुक्रवार दोपहर तनाव की खबरें आई। रिपोर्ट्स के अनुसार कुछ कथित स्थानीय लोग धरना स्थल खाली कराने यहां पहुंचे थे। इसके बाद तनाव की स्थिति बनी और किसानों और लोगों के बीच पत्थरबाजी भी हुई। पुलिस को भी लाठीचार्ज करना पड़ा। वहीं, एक एसएचओ के भी घायल होने की खबर है।
बता दें कि इससे पहले शुक्रवार सुबह दिल्ली के जल संसाधन मंत्री सत्येंद्र जैन ने दावा किया कि दिल्ली पुलिस ने उन्हें और डीजेबी (दिल्ली जल बोर्ड) के उपाध्यक्ष राघव चड्ढा को सिंघु बार्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को पेयजल की आपूर्ति करने से रोका।