कांग्रेस ने आचार्य प्रमोद कृष्णम को 'पार्टी विरोधी' कारणों से 6 साल के लिए किया निष्कासित, राम मंदिर समारोह को लेकर पार्टी के फैसले की कर रहे थे निंदा
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: February 11, 2024 07:19 AM2024-02-11T07:19:38+5:302024-02-11T07:25:25+5:30
कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के अपने वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी स बाहर का रास्ता दिखा दिया है।
नई दिल्ली: कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश के अपने वरिष्ठ नेता आचार्य प्रमोद कृष्णम को पार्टी स बाहर का रास्ता दिखा दिया है। इस संबंध में बीते शनिवार को पार्टी की ओर से जारी एक बयान में आचार्य प्रमोद कृष्णम को "पार्टी विरोधी" बयान देने और की वजहों से निष्कासित करने का ऐलान किया गया है।
समाचार वेबसाइट हिदुस्तान टाइम्स के अनुसार कांग्रेस की ओर से जारी बयान में कहा गया है, ''अनुशासनहीनता और पार्टी के खिलाफ बार-बार सार्वजनिक बयान देने की शिकायतों को ध्यान में रखते हुए कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रमोद कृष्णम को तुरंत छह साल की अवधि के लिए पार्टी से निष्कासित करने के उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है।”
मालूम हो कि आचार्य प्रमोद कृष्णम द्वारा प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात के कुछ ही दिन बाद पार्टी ने उन्हें निष्कासन करने की घोषणा की है, जब आचार्य कृष्णम ने 19 फरवरी को उत्तर प्रदेश के संभल जिले में श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह में पीएम मोदी को आमंत्रित किया था।
आचार्य प्रमोद ने श्री कल्कि धाम शिलान्यास समारोह का निमंत्रण स्वीकार करने के लिए पीएम मोदी को धन्यवाद देते हुए उनका आभार भी जताया था और सोशल प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर लिखा, "मुझे 19 फरवरी को होने वाले श्री कल्कि धाम के शिलान्यास समारोह के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित करने का सौभाग्य मिला। इसे स्वीकार करने के लिए माननीय प्रधानमंत्री का हार्दिक आभार और धन्यवाद।"
आचार्य कृष्णम के ट्वीट का जवाब देते हुए पीएम मोदी ने भी ट्वीट करते हुए कहा, ''आस्था और भक्ति से जुड़े इस पवित्र अवसर का हिस्सा बनना मेरे लिए सौभाग्य की बात है। आमंत्रण के लिए आपका हृदय से आभार आचार्य प्रमोद जी।”
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने भी हाल ही में कांग्रेस नेतृत्व की बेहद तीखी आलोचना करत हुए एक विवाद को उस वक्त जन्म दिया था जब उन्होंने शीर्ष नेतृत्व के कुछ फैसलों की बेहद तीव्र आलोचना की थी, जिसमें अयोध्या के राम मंदिर समारोह में निमंत्रण मिलने के बावजूद पार्टी ने राम मंदिर 'प्राण प्रतिष्ठान' समारोह में भाग नहीं लेने से इनकार कर दिया था।
उस वक्त आचार्य प्रमोद ने कहा कि भगवान राम "भारत की आत्मा" हैं और निमंत्रण को अस्वीकार करने के कांग्रेस पार्टी का फैसला बेहद "दुर्भाग्यपूर्ण" है।
उन्होंने कहा, ''यह दुर्भाग्यपूर्ण है। कोई ईसाई या पुजारी या मुसलमान भी भगवान राम के निमंत्रण को अस्वीकार नहीं कर सकता। राम भारत की आत्मा हैं। राम के बिना भारत की कल्पना भी नहीं की जा सकती।”