नोटबंदी के बाद भी सरकार जाली नोटों के प्रचलन पर पूरी तरह लगाम नहीं लगा पाई है. गृह मंत्रालय के तहत काम करने वाले राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (एनसीआरबी) के अनुसार 2017 में देशभर चल रहे जाली नोटों में से 28.10 करोड़ रु. के जाली नोट बरामद किए गए. 2016 के मुकाबले यह 4.5 करोड़ रु. अधिक थे.
एनसीआरबी की सोमवार को जारी रिपोर्ट में कहा गया है कि 2017 में कुल 355994 जाली नोट पकड़े गए. कुल 978 मामले दर्ज किए गए जिनमें 1046 लोगों को आरोपी बनाया गया. पकड़े गए कुल नोटों में 74898 नोट 2000 और 1000 रु. के 65731 के थे. इसके अतिरिक्त 500 के 8879, 200 रु. के 835 और 100 रु. के 92778 जाली नोट पकड़े गए. बरामद नोटों में चलन से बाहर हो चुके 500 रु. के 102815 भी थे.
सर्वाधिक 90,08,8850 रु. के जाली नोट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गृह राज्य गुजरात में पकड़े गए. इसके बाद उत्तरप्रदेश से 28,64,9860 करोड़ और प. बंगाल से 19366070 करोड़ रु. के जाली नोट बरामद किए गए. महाराष्ट्र में कुल 9064 जाली नोट पकड़े गए जिनकी कीमत 5239650 रु. थी. राज्य में 75 मामले दर्ज किए गए और 62 लोगों को आरोपी बनाया गया.
हालांकि हाल ही में सरकार ने संसद में माना था कि 2016 में 24.61 करोड रु. के जाली नोट बरामद किए गए थे. जो कि 2017 में पकड़े गए 28.10 करोड़ रु. के मुकाबले 4.5 करोड़ रु. कम मूल्य के थे.