Created By: AAJTAK
Edited By : लोकमत हिन्दी
Fact Check: सोशल मीडिया पर रोज गलत खबर शेयर कर हंगामा करने में कई लोग माहिर हैं। ऐसा ही एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के महाकुंभनगर को लेकर भ्रामक जानकारी दी जा रही है। उत्तर प्रदेश पुलिस ने प्रयागराज में जारी महाकुंभ के बारे में गलत एवं भ्रामक सूचना प्रसारित करने के आरोप में पिछले महीने 53 सोशल मीडिया अकाउंट के खिलाफ कानूनी कार्रवाई शुरू की। वीडियो नवंबर 2024 में बिहार के पटना में हुए एक कार्यक्रम का था। इसे महाकुंभ की घटना के रूप में गलत तरीके से पेश किया गया।
जिसमें आरोप लगाया गया कि राष्ट्रवादी और धार्मिक व्यक्तियों ने सेना के जवानों पर जूते फेंके थे। अधिकारियों ने पुष्टि की कि वीडियो वास्तव में पटना के गांधी मैदान में फिल्म ‘पुष्पा 2’ के प्रचार कार्यक्रम का था, जहां अनियंत्रित भीड़ ने अमर्यादित बर्ताव किया था।
पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) प्रशांत कुमार ने बृहस्पतिवार शाम को एक बयान में कहा कि विभाग ने एक व्यापक रणनीति तैयार की है, जिसमें सोशल मीडिया पर भ्रामक पोस्ट की निगरानी और उसका मुकाबला करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस तथा विशेषज्ञ एजेंसियों द्वारा निरंतर साइबर निगरानी शामिल है।
डीजीपी कुमार ने कहा कि महाकुंभ की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए उत्तर प्रदेश पुलिस ने गलत सूचनाओं का पता लगाने और उनसे निपटने के लिए 24 घंटे साइबर निगरानी प्रणाली लागू की है। जिन सोशल मीडिया अकाउंट का पता लग चुका है उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा रही है और अधिकारी जिम्मेदार व्यक्तियों का पता लगाने के लिए सोशल मीडिया मंच के साथ काम कर रहे हैं। कुमार ने कहा, ‘‘हम नागरिकों से आग्रह करते हैं कि वे ऑनलाइन कोई भी सामग्री साझा करने से पहले तथ्यों की पुष्टि करें और जिम्मेदारी से काम करें।
गलत सूचना फैलाने से कानूनी कार्रवाई का सामना करना पड़ सकता है।’’ प्रयागराज में त्रिवेणी संगम के तट पर दुनिया के सबसे बड़े आध्यात्मिक समागम महाकुंभ में अब तक करीब 50 करोड़ लोग आ चुके हैं। 12 साल बाद आयोजित हो रहा यह महाकुंभ 13 जनवरी को शुरू हुआ और 26 फरवरी तक चलेगा।
रिजल्टः गलत
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