Exercise Vayu Shakti-24: जैसलमेर के पोखरण रेंज में भारतीय वायुसेना वायु शक्ति-24 अभ्यास शुरू करने की सारी तैयारियां पूरी कर चुकी है। 17 फरवरी से शुरू होने वाले इस युद्धाभ्यास में वायुसेना के राफेल, Su-30MKI, LCA तेजस, मिराज 2000 और मिग -29 सहित सभी प्रमुख लड़ाकू विमान हिस्सा लेंगे।
इससे पहले वायु शक्ति अभ्यास का अंतिम संस्करण 16 फरवरी, 2019 को आयोजित किया गया था। वायु शक्ति अभ्यास दिन और रात में चलने वाली भारतीय वायुसेना की आक्रामक और रक्षात्मक क्षमताओं का एक दिलचस्प प्रदर्शन होगा। इस अभ्यास में भारतीय सेना के साथ संयुक्त अभियानों का भी प्रदर्शन किया जाएगा। राजस्थान में जैसलमेर के पास पोखरण एयर टू ग्राउंड रेंज में 'वायु शक्ति-24 अभ्यास'के आयोजन की सारी तैयारियां पूरी की जा चुकी हैं।
वायु शक्ति-24 अभ्यास में स्वदेशी तेजस, प्रचंड और ध्रुव सहित 121 विमान भाग लेंगे। भाग लेने वाले अन्य विमानों में राफेल, मिराज-2000, सुखोई-30 एमकेआई, जगुआर, हॉक, सी-130जे, चिनूक, अपाचे और एमआई-17 शामिल होंगे। स्वदेशी सतह से हवा में मार करने वाली हथियार प्रणालियाँ आकाश और समर घुसपैठ करने वाले विमान को ट्रैक करने और मार गिराने की अपनी क्षमता का प्रदर्शन करेंगे।
वायु शक्ति अभ्यास में शामिल होने वाले विमान कई हवाई अड्डों से उड़ान भरेंगे। सटीक क्षमता के साथ-साथ पारंपरिक हथियारों को पूरी सटीकता के साथ इस्तेमाल करने की तैयारियों को परखा जाएगा। भारतीय वायुसेना के परिवहन और हेलीकॉप्टर बेड़े द्वारा विशेष अभियान आयोजित किए जाएंगे जिसमें गरुड़ कमांडो और भारतीय सेना के विशेष बल भी शामिल होंगे।
इस अभ्यास में सेना रुद्र हेलिकॉप्टरों से हथियार दागेगी और सेना के अल्ट्रा लाइट होवित्जर को चिनूक हेलिकॉप्टर के माध्यम से एक जगह से दूसरी जगह ले जाने की क्षमता का प्रदर्शन किया जाएगा। भारत में निर्मित एलसीए तेजस, प्रचंड लड़ाकू हेलीकॉप्टर और एएलएच ध्रुव हिस्सा लेंगे। एक से दो किलोमीटर के दायरे में लगभग 40-50 टन आयुध गिराकर असली युद्ध जैसा माहौल बनाया जाएगा।