सुखोई-30 एमकेआई वायुसेना के पास सबसे आधुनिक युद्धक विमान हैं। भारतीय वायुसेना के पास लड़ाकू विमानों के लगभग 32 स्क्वाड्रन हैं। ये चीन तथा पाकिस्तान की दोहरी चुनौती को देखते हुए पर्याप्त नहीं है। ...
यह एक पांचवीं पीढ़ी का बहुउद्देश्यीय लड़ाकू विमान है जिसे सभी प्रकार के हवाई, जमीन और नौसैनिक लक्ष्यों को नष्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। सुखोई-57 फाइटर जेट में स्टील्थ तकनीक है। ...
बाड़मेर वायु सेना स्टेशन पर सुखोई 30-एमकेआई को तैनात करने महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां से पाकिस्तान की सीमा बेहद नजदीक है। सुखोई 30-एमकेआई भारत के सबसे उन्नत विमानों में से हैं और इनसे परमाणु हमले में सक्षम मिसाइल और सुपरसोनिक ब्रह्मेस भी दागी जा सकती ...
भारतीय वायुसेना के पास लगभग 270 सुखोई हैं। इनमें से एक बड़े हिस्से को वायुसेना अपग्रेड करना चाहती है ताकि इनकी उम्र 20 साल बढ़ सके। 2025 तक मिग-21 लड़ाकू विमानों की उड़ानों पर पूरी तरह रोक लगाने की भी योजना है। इसे देखते हुए तेजस विमानों के स्क्वाड्र ...
भारत के पास फिलहाल 250 से ज्यादा सुखोई विमान हैं और बहुत सारे भारतीय उपकरणों और हथियार प्रणालियों के साथ सुखोई-30 एमकेआई लड़ाकू बेड़े को अपग्रेड करने की योजना बनाई जा रही है। सुखोई विमानों के बेडे़ को विरुपाक्ष नामक रडार से लैस किया जाएगा। ...
वायुसेना ने पहले जिन 83 LCA मार्क-1A का आॉर्डर दिया था उनकी डिलीवरी साल 2024 में हो सकती है। बता दें कि मौजूदा समय में भी वायुसेना तेजस विमानों का संचालन करती है लेकिन मार्क-1A पहले के वर्जन से ज्यादा एडवांस हैं। ...
हवा से सतह पर मार करने वाली कम दूरी की मिसाइलें एवं 12 एसयू-30 एमकेआई लड़ाकू विमान और डोर्नियर विमानों के अलावा डीएसी ने हल्के बख्तरबंद बहुउद्देशीय वाहन (एलएएमवी) और एकीकृत निगरानी और लक्ष्यीकरण प्रणाली (आईएसएटी-एस) की खरीद को मंजूरी दे दी है। ...
25 जुलाई, मंगलवार को यूएस एयर फोर्स सेंट्रल ने एक बयान में कहा कि 23 जुलाई को एक रूसी लड़ाकू विमान ने सीरिया में आईएसआईएस के खिलाफ मिशन पर गए यूएस एमक्यू-9 ड्रोन के करीब खतरनाक तरीके से उड़ान भरी। ...