जम्मू: जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनावों को जल्दी करवाए जाने की सुगबुगाहट के बीच बताया जा रहा है कि तारीखों की घोषणा अगले कुछ दिनों में रक्षा बंधन के उपरांत किसी भी समय की जा सकती है। दरअसल अमरनाथ यात्रा के सुरक्षा प्रबंधों में दो लाख से अधिक सुरक्षाकर्मी जुटे हुए हैं और उनका इस्तेमाल चुनावों के लिए किए जाने की संभावना है। यही कारण था कि प्रदेश में विधानसभा चुनाव करवाए जाने की सुगबुगाहट और तैयारियों के बीच विधानसभ परिसरों व एमएलए होस्टलों की मुरम्मत का कार्य भी आरंभ कर दिया गया है।
दरअसल भारतीयचुनाव आयोग ने यह स्पष्ट कर दिया है कि जम्मू कश्मीर में विधानसभा चुनाव कराने का सही समय है, इसलिए इन चुनावों का कार्यक्रम 21 से 25 अगस्त के बीच घोषित किया जा सकता है। सूत्रों के अनुसार, चुनाव आयोग ने इस केंद्र शासित प्रदेश में चुनावों की घोषणा करने के लिए 25 अगस्त की ऊपरी सीमा तय की है।
सूत्रों के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट ने इस केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव कराने के लिए 30 सितंबर की समयसीमा तय की है। पिछले छह सालों से यहां कोई निर्वाचित सरकार नहीं है, जबकि पिछला विधानसभा चुनाव 2014 में हुआ था।
उच्च पदस्थ सूत्रों ने बताया कि चुनाव आयोग अंतिम मतदाता सूची के प्रकाशन की 20 अगस्त की समयसीमा का इंतजार कर रहा है और तब तक सुरक्षा बलों की उपलब्धता के बारे में सुरक्षा बैठक पूरी हो जाएगी और 21 से 25 अगस्त के बीच कार्यक्रम की घोषणा की जाएगी। एक सूत्र के बकौल, उम्मीद है कि जम्मू कश्मीर की 90 सीटों के लिए चार चरणों में चुनाव की घोषणा की जा सकती है, जिसमें एक छोर से दूसरे छोर तक बलों की आवाजाही समेत कई मुद्दों को ध्यान में रखा जाएगा।
इस बीच विधानसभा चुनाव करवाए जाने की तैयारियों के बीच मुख्य सचिव अटल डुल्लू की अध्यक्षता में एक बैठक आयोजित की गई, जिसमें केंद्र शासित प्रदेश में चुनाव के बाद श्रीनगर और जम्मू दोनों स्थानों पर विधानसभा परिसरों को सत्र के लिए तैयार करने की योजना तैयार की गई। इस बैठक के दौरान मुख्य सचिव ने संबंधितों को समयबद्ध तरीके से श्रीनगर और जम्मू दोनों स्थानों पर विधानसभा परिसरों के जीर्णाेद्धार/नवीनीकरण के लिए तत्काल कदम उठाने के लिए प्रेरित किया।
उन्होंने दोहराया कि साउंड सिस्टम की कार्यक्षमता, इंटरनेट कनेक्टिविटी, अग्नि सुरक्षा, लिफ्टों की कार्यक्षमता, भवनों को नया रूप देने और संबद्ध सुविधाओं के प्रावधान जैसी सुविधाओं को भी जल्द से जल्द हाथ में लिया जाना चाहिए और पूरा किया जाना चाहिए। उन्होंने स्पीकर, डिप्टी स्पीकर, विपक्ष के नेता के चैंबरों के जीर्णाेद्धार के साथ-साथ उनके आधिकारिक वाहनों और आवासीय आवासों के लिए प्रावधान करने के लिए कदम उठाने को कहा।
डुल्लू ने संबंधितों से दोनों शहरों में विधायक छात्रावासों की मरम्मत का काम करने का भी आह्वान किया। उन्होंने कहा कि भारत के चुनाव आयोग द्वारा घोषित किए जाने वाले विधानसभा चुनावों की समाप्ति तक उपलब्ध समय सीमा के भीतर सभी आवश्यक सुविधाएं स्थापित की जानी चाहिए।