मुंबईः राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक के बयान पर स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े ने कहा कि मेरी शुभकामनाएं उनके साथ है। मैं एक छोटा सरकारी अधिकारी हूं। वे(नवाब मलिक) बड़े मंत्री है। ड्रग्स हटाने के लिए अगर वे मुझे जेल में डालना चाहते हैं तो मैं उसका स्वागत करता हूं।
महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के ट्वीट पर एनसीबी के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े ने कहा कि ये मुंबई की तस्वीरें हैं। मैं मुंबई में था। पता करें कि मैं कहाँ था, हवाई अड्डे से डेटा प्राप्त करें। मेरे पासपोर्ट और वीजा के माध्यम से सब कुछ सत्यापित करें।
मुंबई में एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने कहा कि पिछले 15 दिनों में हम पर निजी हमले हो रहे हैं। मेरी मृत मां, बहन और सेवानिवृत्त पिता पर हमले हो रहे हैं। मैं इसकी कड़ी निंदा करता हूं। मैं केंद्र सरकार का कर्मचारी हूं, इसलिए मुझे अपने वरिष्ठों से उचित अनुमति लेनी होगी और उसके बाद मैं कानूनी कार्रवाई करूंगा। एनसीबी के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े से जब पूछा गया कि क्या वह महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक के आरोपों के बारे में कोई कानूनी कार्रवाई करेंगे।
सुशांत की मौत के बाद सरकार विशेष रूप से वानखेड़े को एनसीबी में लाई थी: मलिक
स्वापक नियंत्रण ब्यूरो (एनसीबी) के जोनल निदेशक समीर वानखेड़े को निशाना बनाते हुए राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नवाब मलिक ने बृहस्पतिवार को दावा किया कि पिछले साल सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद केंद्र सरकार ने विशेष रूप से वानखेड़े को एजेंसी में नियुक्त किया था।
मलिक ने यह भी आरोप लगाया कि एनसीबी ने राजपूत की दोस्त रिया चक्रवर्ती को “झूठे मामले” में फंसाया। वानखेड़े के नेतृत्व में कुछ दिन पहले एनसीबी ने मुंबई तट के पास एक क्रूज पोत पर छापेमारी कर मादक पदार्थ बरामद किया और शाहरुख खान के बेटे आर्यन खान तथा अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। मलिक का दावा है कि पोत से कथित तौर पर नशीले पदार्थ की बरामदगी का मामला झूठा है और केवल व्हाट्सऐप संदेशों के आधार पर गिरफ्तारी की गई।
राकांपा नेता के दामाद समीर खान को भी इस साल जनवरी में मादक पदार्थों के एक मामले में गिरफ्तार किया गया था और उसे पिछले महीने जमानत दे दी गई। मलिक ने कहा, “सुशांत सिंह राजपूत की आत्महत्या के बाद, एनसीबी में एक विशेष अधिकारी को लाया गया। आत्महत्या का मामला सीबीआई को सौंप दिया गया लेकिन उसकी आत्महत्या या हत्या का रहस्य अभी तक नहीं सुलझा है। लेकिन उसके बाद एनसीबी ने फिल्म उद्योग के साथ खेल खेलना शुरू कर दिया है।” उन्होंने कहा कि केवल व्हाट्सऐप संदेशों के आधार पर दर्जनों अभिनेताओं की एनसीबी के सामने परेड करवा दी गई।
राकांपा प्रवक्ता ने कहा, “कुछ लोगों को झूठे आरोपों में फंसाने का प्रयास किया गया। कोविड-19 महामारी के दौरान, पूरा फिल्मोद्योग मालदीव में था। वह अधिकारी और उसका परिवार मालदीव और दुबई में क्या कर रहा था? इस पर समीर वानखेड़े को स्पष्टीकरण देना चाहिए।”
मलिक ने कहा, “हम मांग करते हैं कि वह स्पष्टीकरण दें कि वह दुबई में क्यों थे।” उन्होंने कहा, “जब पूरा फिल्मोद्योग मालदीव में था तो क्या वानखेड़े का परिवार भी वहां था? वहाँ जाने का उनका क्या मकसद था?” मलिक ने कहा, “हम बिलकुल स्पष्ट हैं। यह सब वसूली मालदीव और दुबई में हुई और मैं वह तस्वीरें जारी करूंगा।”