कोरोना वायरस संकट के बीच देश में घरेलू विमान सेवाओं के किराए के लिए तय अधिकतम सीमा 24 नवंबर या अगले आदेश तक जारी रहेगी। नागर विमानन मंत्रालय ने शुक्रवार को इस बात की जानकारी दी। बता दें कि विमानन नियामक डीजीसीए ने घरेलू विमानों का किराया उड़ान की अवधि के आधार पर सात श्रेणी में बांटकर 2 हजार रुपये से 18 हजार 600 रुपये के बीच तय किया है, जिसे पहले 24 अगस्त को रात 11.59 बजे तक यानि तीन महीने के लिए लागू किया गया था। अब इस फैसले को तीन महीने या अगले आदेश तक के लिए और बढ़ा दिया गया है।
कोरोना वायरस के कारण लगाए गए लॉकडाउन के बाद घरेलू विमान सेवाएं दो महीने तक बंद थी और 25 मई को जब सेवाएं दोबारा शुरू हुई तो विमानन नियामक डीजीसीए ने घरेलू विमानों का न्यूनतम और अधिकतम किराया निर्धारित किया था।
उड़ान अवधि के आधार पर वर्गीकृत हैं 7 श्रेणी
घरेलू उड़ान के मार्गों को कुल उड़ान अवधि का आधार पर 7 मार्गों में वर्गीकृत किया गया है। देश के भीतर सभी मार्ग इन 7 मार्गों के भीतर आते हैं। 1) 40 मिनट से कम की फ्लाइट्स, 2) 40-60 मिनट, 3) 60-90 मिनट, 4) 90-120मिनट, 5) 120-150 मिनट, 6) 150-180 मिनट, 7) 180-210 मिनट।
कितनी दूरी के लिए कितना निर्धारित है किराया
डीजीसीए के अनुसार 40 मिनट से कम की उड़ान का किराया 2 हजार से 6 हजार रुपये के बीच निर्धारित है, जबकि 40 मिनट से 60 मिनट के बीच के उड़ान का किराया 2500 रुपये से 7500 रुपये है। 90-120 मिनट के बीच उड़ानों का किराया 3500 रुपये से 10 हजार रुपये के बीच है, जबकि 120-150 मिनट की अवधि वाली उड़ानों की न्यूनतम किराया 4500 रुपये और अधिकतम 13 हजार रुपये निर्धारित है। इसके अलावा डीजीसीए ने 180-210 मिनट के बीच की उड़ानों का किराया 6500 रुपये से 18600 रुपये के बीच निर्धारित किया है।