विमानन कंपनी स्पाइसजेट की मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। पिछले 18 दिन में स्पाइसजेट के विमानों में तकनीकी खराबी के 8 मामले सामने आने के बाद नागरिक उड्डयन मंत्रालय गंभीर हो गया है। विमानों में तकनीकी खराबी को यात्रियों की सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा मानते हुए नागरिक उड्डयन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने स्पाइसजेट को कारण बताओ नोटिस जारी किया है और तीन दिन के अंदर जवाब देने के लिए कहा है।
इस संबंध में नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी ट्वीट कर के कहा है कि यात्रियों की सुरक्षा सब से उपर है। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा है कि सुरक्षा से संबंधित छोटी से छोटी खामियों की भी जांच कर के उन्हें सुधारा जाएगा.
तकनीकी खराबी के मामले
मंगलवार, 5 जुलाई को स्पाइसजेट का एक कार्गो विमान कोलकाता से चीन की उड़ान पर था। लेकिन विमान के वेदर रडार ने काम करना बंद कर दिया इसलिए उसे वापस कोतकाता लाना पड़ा।
इससे पहले दिल्ली से कराची जा रहे स्पाइसजेट के एक अन्य विमान को कराची में उतारना पड़ा था। हालांकि कंपनी ने इसे सामान्य लैंडिंग बताया था।
बीते 19 जून को पटना से दिल्ली के लिए उड़ान भरने के कुछ समय बाद ही स्पाइसजेट के विमान के इंजन में आग लग गई थी. विमान को वापस पटना एयरपोर्ट पर ही उतारना पड़ा। इस विमान में 185 यात्री सवार थे। ये हादसा विमान के इंजन में पक्षी टकराने के कारण हुआ था।
लगातार घट रही घटनाओं से चिंतित नागरिक उड्डयन महानिदेशालय ने स्पाइसजेट को जारी नोटिस में ये भी कहा है कि अधिकतर घटनाएं खराब रख-रखाव के कारण हुई हैं और सुरक्षा मानको में गिरावट के परिणामस्वरूप हुई हैं।
डीजीसीए के मुताबिक हाल फिलहाल घटी सभी घटनाओं की गंभीरता से जांच चल रही है।